जयपुर : राजस्थान विधानसभा में मार्शल द्वारा कांग्रेस विधायक अनीता जाटव और हरिमोहन शर्मा के साथ बदसलूकी और मुकेश भाकर के सदन से निलंबन के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने एक स्वर में विरोध किया. सचिन पायलट ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'विधानसभा में प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ जिस प्रकार का अलोकतांत्रिक व पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है, वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. विधायक मुकेश भाकर का निलंबन तानाशाही को प्रमाणित करता है. साथ ही विधायक हरिमोहन शर्मा और अनीता जाटव के साथ भी अमर्यादित व्यवहार किया गया है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों को आहत करने वाला है.'
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर जारी बयान में कहा, 'पहले विधानसभा में कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन और जबरन निष्कासन और फिर मार्शल द्वारा वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा को जमीन पर गिराना व महिला विधायक अनीता जाटव से बदसलूकी कर उनकी चूड़ियां तक तोड़ देने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. यह राज्य की भाजपा सरकार की तानाशाही सोच का नतीजा है. जिसके कारण चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा दुर्वव्यहार किया गया.'