चंडीगढ़:रोज फेस्टिवल के बाद चंडीगढ़ के लोगों को रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल के जरिए भारत के विभिन्न राज्यों की खासियत से रूबरू होने का मौका मिलेगा. दस दिवसीय फेस्टिवल की शुरुआत एक मार्च से गयी है.
रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल की शुरुआत:एक मार्च से शुरू हुआ रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल भारत की सांस्कृतिक विरासत एवं विभिन्न कलाओं, व्यंजनों एवं हस्तशिल्प को एक जगह लाकर इन्हें पहचान एवं गौरव दिलाने का एक अनूठा प्रयास है. चंडीगढ़ सेक्टर 17 के परेड ग्राउंड में फेस्ट की शुरुआत हुई. फेस्टिवल के बारे में आयोजक सुनील वर्मा ने बताया कि "फेस्टिवल में 7 देशों और 20 राज्यों के जाने-माने कलाकार लोक नृत्य और लोक संगीत, शिल्प कला और सूफी संगीत आधारित प्रस्तुतियां देंगे. इस दौरान भिन्न भिन्न मूर्तिकला के साथ-साथ शिल्पकला और अन्य कलाओं पर आधारित लाइव वर्कशॉप भी लगाई जाएगी, जिसमें स्कूली बच्चों की भागीदारी निःशुल्क रहेगी. उन्होंने कहा कि फेस्टिवल का उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना, बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना है." मेले में प्रतिदिन हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है. हर शाम छह बजे से आठ बजे तक लोक प्रदर्शन और रात आठ बजे से दस बजे तक मुख्य कलाकारों का प्रदर्शन होगा. वहीं दिन में साढ़े ग्यारह बजे से दो बजे तक स्थानीय कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन का मौका मिलेगा.
दस दिनों में क्या देखने को मिलेगा: आइए एक नजर डालते हैं कि दस दिन के फेस्टिवल में क्या देखने को मिलेगा.