आगरा :आगरा और उदयपुर सिटी के बीच 2 सितंबर से वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ने लगी है. वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन और क्रू को लेकर एनसीआर के आगरा मंडल और उत्तर पश्चिम रेलवे जोन (डब्ल्यूसीआर) के कोटा मंडल के क्रू में ठनी हुई है. दोनों ही रेल मंडल के क्रू में वंदे भारत के परिचालन को लेकर कई बार हंगामा और विवाद तक हुआ है. आरोप है कि गंगापुर सिटी पर आगरा मंडल के क्रू में शामिल गार्ड से मारपीट की गई और उसके कपड़े फाड़ दिए गए, जिससे आगरा रेल मंडल के कर्मचारियों में आक्रोश है. जिसके बाद कार्रवाई की मांग की गई है.
जानकारी के मुताबिक, उदयपुर सिटी और आगरा के बीच 2 सितंबर 2024 से वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ है. ये वंदे भारत सप्ताह में तीन दिन चलेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर पहले दिन से ही आगरा रेल मंडल और कोटा रेल मंडल के कर्मचारी आमने सामने आ गए हैं. आरोप है कि वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन को लेकर पहले दिन मारपीट और धक्का मुक्की हुई.
परिचालन को लेकर हंगामा और मारपीट :आगरा रेल मंडल के क्रू का आरोप है कि, अजमेर रेल मंडल का क्रू भेदभाव कर रहा है. आगरा रेल मंडल को वंदे भारत को चलाने की जिम्मेदारी मिली है. लेकिन, अमजेर मंडल का क्रू उन्हें वंदे भारत का परिचालन नहीं करने दे रहा है. हंगामा, विवाद और मारपीट के बाद रेल अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है. गुरुवार को आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मैन्स यूनियन के सदस्यों ने बैनर, पोस्टर और लाल झंडे लेकर विरोध किया था. प्लेटफॉर्म पर ही नारेबाजी की थी. जिसके बाद रेल अधिकारियों ने हस्तक्षेप कराया था. जिसके बाद फैसला लिया गया कि आगरा से यहां का स्टाफ ट्रेन लेकर जाएगा. गंगापुर सिटी स्टेशन पर स्टाफ बदल जाएगा, फिर अजमेर रेल मंडल के अधिकारी ट्रेन चलाएंगे.