अलवरःजिला परिषद की साधारण सभा की बैठक सोमवार को करीब आठ महीने बाद बदले राजनीतिक माहौल में हुई. बैठक में जिला कलेक्टर व एसपी के मौजूद नहीं होने पर जनप्रतिनिधियों ने जमकर हंगामा किया. मुंडावर विधायक ललित यादव ने यहां तक कहा कि बैठक में केवल चाय नाश्ते के लिए आते हैं, जब यहां उच्च अधिकारी ही नहीं होंगे तो वे समस्या किसे बताएं.
भरतपुर सांसद संजना जाटव ने भी कलेक्टर पर फोन नहीं उठाने तथा बैठकों की उन्हें सूचना नहीं देने का आरोप लगाया. वहीं, कुछ जिला पार्षदों ने अलवर सांसद एवं केंद्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव के बैठक में नहीं आने पर सवाल खड़ा किया. हालांकि, अध्यक्षता कर रहे जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर ने कहा कि भाजपा की ओर से वे इस बैठक में मौजूद हैं. जिला प्रमुख छिल्लर के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद साधारण सभा की पहली बैठक थी.
कलेक्टर-एसपी के नहीं पहुंचेने पर जताया विरोधः जिला परिषद सभागार में साधारण सभा की बैठक में कलेक्टर व एसपी के नहीं पहुंचने पर जिला पार्षदों ने विरोध जताया. उनका कहना था कि जब अधिकारी नहीं आएंगे तो उनकी समस्या कौन सुनेगा?. हालांकि, जिला प्रमुख छिल्लर ने कलेक्टर व एसपी के बैठक में नहीं आने का बचाव करते हुए कहा कि आज प्रदेश निर्वाचन अधिकारी अलवर आएं हैं, वे बैठक ले रहे हैं. कलक्टर व एसपी उनके दौरे में व्यस्त हैं. वैसे अन्य सभी अधिकारी बैठक में मौजूद हैं. बैठक में बिजली, पानी और अन्य समस्याओं पर चर्चा की गई. जिला प्रमुख ने सीएमएचओ को बढ़ती मौसमी बीमारी के चलते नगर निगम के सहयोग से अलवर शहर में फॉगिंग करवाने के निर्देश दिए.
जनप्रतिनिधियों को कुछ नहीं समझतेःभरतपुर सांसद संजना जाटव ने कहा कि उनके पास पास तीन जिलों का दायित्व है. इनमें भरतपुर, डीग व अलवर हैं. उनका आरोप था कि उन्हें बैठकों में नहीं बुलाया जाता. अलवर में हुई मेवात विकास बोर्ड की बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां के अधिकारी जनप्रतिनिधि को कुछ नहीं समझते. सांसद संजना का कहना था कि कठूमर हाईवे पर अवैध रूप से शराब की ब्रांच चलती है, कई बार आबकारी अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई.