रायपुर:मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विकास का ऊर्जा के साथ बड़ा गहरा नाता है. विकास की गति बढ़ने के साथ ऊर्जा की खपत भी बढ़ जाती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है.ऐसे में बिजली कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों का दायित्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
सीएम साय ने यह भी कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रदेश के विकास के लिए पूरी क्षमता और उत्साह के साथ काम करना पड़ेगा. अभी छत्तीसगढ़ के बिजली उत्पादन में ग्रीन एनर्जी का योगदान 15 प्रतिशत है, इसे बढ़ाकर 45 प्रतिशत तक ले जाना है. दूरस्थ अंचलों में विद्युतीकरण में सोलर एनर्जी का उपयोग किया जा रहा है. सिंचाई के लिए छत्तीसगढ़ में डेढ़ लाख से ज्यादा सोलर सिंचाई पम्प स्थापित किए गए हैं.
5 लाख घरों में रूफ टॉप बिजली प्लांट लगाने का लक्ष्य:सीएम साय ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत साल 2027 तक छत्तीसगढ़ में 5 लाख घरों में रूफ टॉप बिजली प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य है. प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से आप न केवल अपनी जरूरतों की बिजली पैदा करेंगे, बल्कि अतिरिक्त बिजली बेचकर बिजली विक्रेता भी बनेंगे.
सोलर प्लांट लगाने पर 78 हजार रुपए का अनुदान:रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में तीन किलोवाट तक सोलर प्लांट लगाने पर 78 हजार रुपए तक का अनुदान दिया जाता है. इसके लिए बैंक से डेढ़ लाख रूपए तक का बैंक लोन भी दिया जाता है. उन्होंने सभी से इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने का आग्रह किया.
छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में ऊर्जा संसाधनों का बड़ा योगदान होता है. पावर कंपनियों में नई नियुक्तियों से संस्था की कार्यप्रणाली और भी अधिक सुचारू होगी.