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'आपको लड़की चाहिए क्या ?' युवक ने किया मैसेज और बुलाकर लूट ली नगदी और जेवर... अब 2 गिरफ्तार - Robbed in the name of a girl - ROBBED IN THE NAME OF A GIRL

जोधपुर में एप के माध्यम से लूट का गिरोह सक्रिय हो रहा था. पुलिस ने उसे पनपने से पहले ही तोड़ दिया. इस एप गिरोह के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उम्मीद है कि शीघ्र ही अन्य आरोपी भी पकड़े जाएंगे.

Robbed in the name of a girl
एप के मार्फत लड़की दिलाने के नाम पर बुला कर लूटा, दो लोगों को पकड़ा (photo etv bharat jodhpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 24, 2024, 1:15 PM IST

जोधपुर.शहर के कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र में रिंग रोड स्थित गोरा होटल के आसपास का इलाका बदमाशों के लिए सबसे सुरक्षित जगह बनती जा रही है. बदमाश इस इलाके में लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कुड़ी थाने में दो दिन में दो मामले दर्ज हुए हैं. दोनों ही मामलों में लड़की दिलाने के बहाने बुलाकर लूट की गई.

थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अब एप बनाकर लिंक भेजने वालों की तलाश है. चौधरी ने बताया कि जालोर के सायला निवासी मिर्ची व्यापारी मांगे खां 21 मई को पीपाड़ मंडी से अपना काम खत्म कर गौरा होटल के पास आया था. यहां फेस बुक खोला तो एक और एप का लिंक आया. इसमें एक युवक ने मैसेज किया कि आपको लड़की चाहिए क्या? मांगे खां ने हां भर दी. एप पर नंबर भेजे तो मैसेज आया कि 9.30 बजे झालामंड सर्किल पहुंचो. यहां एक लड़का बाइक लिए हुए मिला और मांगे खां को अपनी कार उसके पीछे लेकर चलने का कहा. कुछ दूर चलने पर अंधेरे में से चार-पांच लोग निकल कर आए और उसे रोक कर उसकी सोने की अंगूठी व चेन छीन ली. इसके अलावा जेब में रखे 11 हजार रुपए भी लेकर भाग गए. उसकी रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया.

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पहले लूटा ड्राइवर को: आरोपियों ने व्यापारी से पहले 11 मई को हरिराम नामक ड्राइवर को इसी तरह से बुलाकर लूटा था. उससे नगद रुपए के अलावा फोन से भी रुपए ट्रांसफर करवाए थे. मांगे खां की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हरिराम ने अपनी रिपोर्ट दी. उसने अपनी रिपोर्ट में बंटी, लालू, सेठा, पंकज संजय व अन्य के नाम बताए थे. मांगे खां ने भी इन्हीं आरोपियों के नाम बताए थे.

पुलिस ने गिरोह तोड़ा:थानाधिकारी चौधरी ने बताया कि सभी आरोपी मिलकर एप के माध्यम से लिंक भेजते थे. तकनीकी रूप से काम करने वाले आरोपी दूसरे हैं, बाकी सब उनके सहयोगी थे. जो व्यक्ति उनकी जान से में फंस जाता उसे बुलाकर लूटने का काम करते थे. पहली घटना उन्होंने हरिराम के साथ की थी और दूसरी मांगे खां के साथ की थी. समय पर पीड़ित ने पुलिस को जानकारी दे दी इससे इस ग्रुप को पनपने से पहले ही खत्म कर दिया गया. मामले में अनिल प्रजापत और संजय प्रजापत को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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