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बलरामपुर के नक्सल एरिया में सड़क निर्माण, कई गांवों में पहुंच रही खुशियां - NAXAL AREA OF BALRAMPUR

बलरामपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण से ग्रामीणों को सुविधा मिल रही है.

NAXAL AREA OF BALRAMPUR
बलरामपुर झारखंड बॉर्डर के गांवों में सड़क निर्माण (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 19, 2025, 9:21 PM IST

बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सली विकास की राह में बाधक रहे हैं. अब सरकार और प्रशासन ने ठान लिया है कि नक्सलवाद का खात्मा किसी भी हालत में कर के रहेंगे. बस्तर में एक तरफ नक्सलियों से जंग लड़ी जा रही है. दूसरी तरफ विकास के कार्य किए जा रहे हैं. नक्सल प्रभावित बलरामपुर में भी इन दिनों विकास की नई इबारत लिखी जा रही है. बलरामपुर और झारखंड की सीमा पर स्थित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण का काम किया जा रहा है. इन सड़क के बनने से इलाके के लोगों को फायदा होगा है.चुनचुना और पुंदाग इलाके में बसे गांवों में खुशियां आने का रास्ता बन रहा है.

चुनचुना और पुंदाग के गांवों को हो रहा फायदा: बलरामपुर जिला प्रशासन ने कुसमी ब्लॉक के अंतर्गत चुनचुना और पुंदाग गांवों के बीच सड़क निर्माण से संबंधित कार्यों में तेजी लाई है. छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा के पास स्थित ये दोनों गांव कभी नक्सलियों के गढ़ माने जाते थे. उस दौरान यहां के निवासी माओवादियों के आतंक में जीने को मजबूर थे. अब इन इलाकों में सड़क का निर्माण कर लोगों को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

आजादी के सात दशक बाद बनी सड़क: नक्सली खतरे के कारण इलाके में सड़क नहीं बन पाई. लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहने को मजबूर थे. आजादी के सात दशक बाद सड़क निर्माण कार्यों में काफी तेजी आई है और ऐसा लग रहा है कि ग्रामीणों की समस्याएं दूर हो जाएगी. सबाग चुंचुना और पुंदाग तक 17 किलोमीटर लंबी सड़क को 2016-17 में मंजूरी दी गई थी. नक्सलवाद की वजह से तब से यह सड़क नहीं बन पाई. सड़क नहीं होने से यहां के ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. बलरामपुर के कलेक्टर ने कहा कि निर्माण कार्य कड़ी सुरक्षा के बीच की जा रही है. आने वाले कुछ महीनों में सड़क गांव तक पहुंच जाएगी.

झारखंड सीमा से सटे गांवों में पहले नक्सलवाद की समस्या थी और प्रतिबंधित गैरकानूनी संगठनों के कार्यकर्ता सड़क निर्माण कार्यों में बाधा डालते थे. सुरक्षा बलों के कैंपों की स्थापना होने के बाद यहां सड़क निर्माण में तेजी आई. निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा, सड़क गांवों तक पहुंच जाएगी और सरकारी योजनाएं सुचारू रूप से लागू होंगी- राजेंद्र कटारा, कलेक्टर, बलरामपुर

पहले हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था. अब सड़कों के निर्माण के कारण आवागमन आसान हो गया है. जब हम बीमार पड़ते हैं, तो एक कॉल पर एम्बुलेंस यहां आ जाती है- ग्रामीण

बलरामपुर में सड़क का निर्माण होने से लोगों को काफी मदद मिलेगी. सबसे बड़ी बात है कि इन इलाकों में सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचेगा. जिससे ग्रामीणों को फायदा होगा.

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