पटना: मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया है. जिसमें बिहार के लिए करीब 60 हजार करोड़और आंध्र प्रदेश के लिए 15 हजार करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया गया है. इस विशेष मदद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बिहार एनडीए के तमाम नेता गदगद हैं. हालांकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेता बजट की आलोचना कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी चीफ लालू यादव ने इसे जुमला वाला बजट करार दे दिया है.
कविता के लहजे में लालू की प्रतिक्रिया: लालू यादव ने कविता के लहजे में सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'एक घिसा-पिटा हट है ये बजट. जुमलों की रट है ये बजट. गरीब और किसान के सपने कर रहा बंजर है ये बजट. आम आदमी के दिल पर खंजर है ये बजट.'
आम बजट में बिहार को क्या मिला?: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान बिहार को 58 हजार 900 करोड़ रुपये की राशि देने की घोषणा की है. इनमें बाढ़ से राहत के साथ-साथ कई सड़क परियोजनाएं शामिल हैं. सड़क परियोजनाओं के लिए 26,000 करोड़, भागलपुर के पीरपैंती में 21,400 करोड़ की लागत से 2400 मेगावाट का पावर प्लांट और बाढ़ से निपटने के लिए राज्य को 11,500 करोड़ देने का ऐलान किया गया है.
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला: केंद्र सरकार ने बिहार को दिल खोलकर आर्थिक मदद दी है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पुरानी मांग यानी विशेष राज्य के दर्जे को खारिज कर दिया गया है. इसके बावजूद सीएम इस बजट से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि इस विशेष सहायता से बिहार के विकास कार्यों में गति आएगी. वहीं, उन्होंने स्पेशल स्टेट्स को लेकर कांग्रेस और आरजेडी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया. सीएम ने कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तब उन लोगों ने विशेष राज्य की मांग को खारिज कर दिया था. इसलिए विपक्ष को इस पर बोलने का हक नहीं है.
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