देवघर : जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद शहर के कई मोहल्लों की सड़कों पर अभी भी पानी जमा है. जिससे डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है. स्वास्थ्य विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार एलाइजा मशीन से की जा रही जांच में हर दिन तीन से चार डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग का हर दिन डेंगू के खिलाफ अभियान भी चला रहा है. जिला प्रशासन भी लोगों को जागरूक कर रहा है.
देवघर जिले के डेंगू एवं मलेरिया विभाग के प्रमुख डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि मरीजों की पहचान के लिए हर दिन अभियान चलाया जा रहा है. जहां भी जलजमाव की समस्या देखी जा रही है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष रूप से केमिकल का छिड़काव करती है. ताकि लोगों को डेंगू से बचाया जा सके और मच्छर न पनप सकें.
उन्होंने यह भी बताया कि ओपीडी में आने वाले या निजी क्लीनिक में जांच कराने वाले मरीजों का ब्योरा भी वीबीडी (वेक्टर बोर्न डिजीज) विभाग में एकत्र किया जाता है. अगर किसी व्यक्ति में बुखार या सिर दर्द के लक्षण दिखते हैं, तो ऐसे मरीजों का तुरंत सैंपल लेकर जांच कराई जाती है. अगर उनमें डेंगू का संक्रमण नहीं पाया जाता है तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है, अगर किसी मरीज में डेंगू के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें तुरंत सदर अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में भर्ती कराया जाता है.
डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने मलेरिया और डेंगू विभाग के सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रतिदिन शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाएं ताकि लोगों को पता चल सके कि डेंगू मच्छरों से कैसे बचा जाए और डेंगू मच्छरों के प्रजनन को कैसे रोका जाए.
साफ-सफाई में जुटा जिला प्रशासन