जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर के सीतापुर में आयोजित "राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट" का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. इस मौके पर देश के कई प्रमुख उद्योगपति, जिनमें गौतम अडानी, अनिल अग्रवाल, आनंद महिंद्रा और कुमार मंगलम बिड़ला शामिल थे. इन उद्योगपतियों ने राजस्थान में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की. कार्यक्रम में उपस्थित उद्योगपतियों ने राजस्थान में अपनी जड़ें होने की बात कहते हुए ग्रीन एनर्जी सहित अन्य क्षेत्रों में बड़े निवेश की घोषणा की.
नॉन-प्रॉफिट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना का वादा :उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में खनिज संसाधनों की प्रचुरता है. उन्होंने बताया कि इटली से भी अधिक इमारती पत्थरों की खदानें राजस्थान में मौजूद हैं. अनिल अग्रवाल ने कहा, "हम राजस्थान में नॉन-प्रॉफिट इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करेंगे, जहां रॉ मैटेरियल की सप्लाई की जाएगी. हमारी कंपनी ने अब तक राजस्थान में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. राजस्थान में 3000 से अधिक नंद घर खोले गए हैं, जहां महिलाओं और बच्चों को शिक्षा दी जा रही है."
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7.5 लाख करोड़ रुपये का बड़ा निवेश :अडानी ग्रुप के करण अडानी ने घोषणा की कि कंपनी राजस्थान में 7.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी. उन्होंने बताया, "हम राजस्थान में दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी इकोसिस्टम विकसित करेंगे. इसके अलावा, चार नए सीमेंट प्लांट भी लगाए जाएंगे, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा."
राजस्थान में मेजबान की भूमिका :आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, "मैं इस कार्यक्रम में मेजबान की भूमिका में हूं, क्योंकि मेरी जड़ें राजस्थान से जुड़ी हैं. हमारा परिवार पिलानी में एक छोटी पाठशाला से शुरू हुआ, जो आज दुनिया भर में प्रसिद्ध है." उन्होंने घोषणा की कि उनकी कंपनी राजस्थान में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश रिन्यूएबल एनर्जी और ज्वेलरी क्षेत्र में करेगी.
राजस्थान की बावड़ियों से प्रेरणा :महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने राजस्थान की बावड़ियों को इनोवेशन का अद्भुत उदाहरण बताया. उन्होंने कहा, "हमारी कंपनी का इतिहास राजस्थान से जुड़ा है. जयपुर में महिंद्रा ट्रैक्टर बनाने की शुरुआत 2002 में हुई थी. जयपुर में स्थित महिंद्रा सेज में कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां निवेश कर रही हैं और 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है."