रांची: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला जूनियर डॉक्टरों के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना से नाराज रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार शाम भी रिम्स और मेडिकल चौक के पास विरोध प्रदर्शन किया. घटना में शामिल आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी को लेकर अपराधियों का पुतला भी जलाया गया.
आक्रोशित जूनियर डॉक्टरों का कहना था कि मामले की जांच सीबीआई तुरंत शुरू करे और इस घटना में शामिल अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी हो. डॉक्टरों के आक्रोश और विरोध का असर रिम्स की अन्य व्यवस्थाओं पर भी पड़ा. मंगलवार को जहां ओपीडी, आईपीडी और सर्जरी सेवा पूरी तरह बाधित थी, वहीं बुधवार को भी जूनियर डॉक्टरों के आक्रोश का असर ओपीडी और आईपीडी में मरीजों की संख्या पर देखा गया.
रिम्स के प्रभारी जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन के अनुसार बुधवार को ओपीडी में 389 मरीजों का इलाज हुआ, जबकि आईपीडी में 155 मरीज देखे गए. जनसंपर्क पदाधिकारी के अनुसार पहले से निर्धारित एक सर्जरी भी की गई.
रिम्स के जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि रिम्स में सुरक्षा व्यवस्था ठीक नहीं है. कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है, रिम्स के कई इलाके ऐसे हैं जहां सीसीटीवी नहीं है, सुरक्षाकर्मी भी प्रोफेशनल नहीं हैं और मानकों पर खरे नहीं उतरते, ऐसे में रिम्स के डॉक्टर डर के साये में काम करते हैं. ऐसे में यहां की व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है ताकि रिम्स में कोई अप्रिय घटना न हो.