रीवा: जिले के सोहागी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को 12 श्रद्धालुओं की जान अचानक से सांस में अटक गई. सभी श्रद्धालु एमपी और यूपी की सीमा से लगे चोरा पहाड़ में स्थित देवी मंदिर में वासुदेई माता के दर्शन करने गए थे. देर शाम को वापस लौटते वक्त अचनक से मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. बारिश का पानी पहाड़ी नदी में आया और देखते ही देखते नदी का जलस्तर बढ़ गया. जिसके बाद सभी श्रद्धालु एक वीरान टापू मे फंस गए. तेजी से नदी के जलस्तर को बढ़ता देख कर श्रद्धालुओं की धड़कने बढ़ने लगी. जिसके बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस और SDERF की टीम ने 7 घंटे का रेस्क्यू अभियान चलाकर 12 श्रद्धालुओं की जान बचाई.
मंदिर दर्शन करने गए 12 श्रद्धालु पहाड़ में फंसे
घटना एमपी और यूपी की सीमा से लगे सोहागी थाना क्षेत्र अंतर्गत बारी चोरा के पहाड़ की है. रीवा स्थित रायपुर सोनौरी गांव के निवासी एक ही परिवार के 12 सदस्य शुक्रवार की दोपहर चोरा के पहाड़ में स्थित प्रसिद्ध देवी के धाम पर मां वासुदेई के दर्शन करने मंदिर गए थे. देवी धाम का रास्ता काफी दुर्गम है. वहां पहुंचने के लिए पहाड़ी नदी को पार करना पड़ता है. सभी श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और मंदिर परिसर में ही भोजन पकाकर उसका सेवन किया. देर शाम जब वह मन्दिर परिसर से घर जाने के लिए लौटने लगे तो अचानक से रास्ते में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई.
अचानक पहाड़ी नदी में आई बाढ़ के कारण टापू में फंसे श्रद्धालु
तेज बारिश की वजह से सभी एक वीरान टापू में जा फंसे. सभी श्रद्धालुओं ने पानी के रुकने का इंतजार किया, लेकिन तभी एक और आफत सामने आ गई. तेज बारिश के कारण अचानक से पहाड़ी नदी में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए. नदी उफान मार रही थी. खौफनाक मंजर देखकर टापू में फंसे सभी श्रद्धालुओं की जान हलक पर आकर अटकी हुई थी, फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी.