फातिमा बनीं कविता और अब्दुल्ला बने शिव प्रसाद फतेहपुर:करीब 30 साल पहलेकविता उर्फ फातिमा और शिव प्रसाद उर्फ अब्दुल्ला ने हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम धर्म अपना लिया था. एक बार फिर वो धर्म परिवर्तन करके हिंदू बन गये हैं. राम सेना और पुलिस की मौजूदगी में उनकी घर वापसी हुई और सुंदरकांड का पाठ और हवन किया गया.
लगभग 30 वर्ष पूर्व ऊत्तर प्रदेश के बनारस के रहने वाले दम्पति कविता व शिव प्रसाद उर्फ गुड्डू ने संग्दिध परिस्थितियों में फतेहपुर के हथगांम थाना क्षेत्र के पूरे अधारी गांव में पनाह ली थी. इस दौरान उनको अज्ञात कारणों से मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ा था. वहीं राम सेने के नेतृत्व में मंगलवार (20 फरवरी 2024) को फिर से हिंदू धर्म अपनाकर घर वापसी की. इस पर परिवार ने खुशी जाहिर करते हुए हिंदू संगठनों और पुलिस प्रशासन सहित सभी का धन्यवाद दिया.
इस दौरान पुलिस प्रशासन सहित रामसेना के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में सुंदरकांड का पाठ हुआ. पति-पत्नी कविता और शिव प्रसाद उर्फ गुड्डू का शुद्धि करण भी कराया गया. राम सेना के अध्यक्ष आगेंद्र साहू के अनुसार हथगांव नगर के निकट स्थित कस्बा हथगांव मजरे उजाड़े का पुरवा गांव के निवासी शिव प्रसाद और उनकी पत्नी कविता दुलाहीपुर वाराणसी के मूल निवासी हैं. इन्होंने 25 वर्ष पूर्व कुछ व्यक्तिगत कारणों से इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लिया था.
शिव प्रसाद का नाम अब्दुल्ला तथा पत्नी कविता का नाम फ़ातिमा रखा गया था. कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने हिंदू धर्म के रीति रिवाजों के साथ अपने जीवन की शुरुआत करने कि कोशिश की तो उन पर कट्टरपंथियों ने दबाव बनाने की कोशिश की. उनको मानसिक रूप से परेशान किया गया. हिंदू धर्म अपनाकर कविता ने कहा कि वह घर वापसी करके बहुत खुश हैं. वह सनातनी थीं और एक बार फिर सनातनी बन कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं.
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