कोटा:राज्य सरकार ने सोयाबीन और उड़द के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं, लेकिन खरीद कब से शुरू होगी, यह घोषणा नहीं की गई. रजिस्ट्रेशन भी इस बार बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन की जगह जन आधार के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आने वाले ओटीपी से होगा. पति-पत्नी का भी रजिस्ट्रेशन एक ही होगा.
राजफैड के कार्यवाहक क्षेत्रीय अधिकारी विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार 15 अक्टूबर से उड़द, मूंग, सोयाबीन और 18 अक्टूबर से मूंगफली की खरीद शुरू होने की प्रस्तावित तारीख दी गई थी, लेकिन अभी इनके लिए आदेश जारी नहीं किए गए हैं. ऐसे में खरीद फिलहाल शुरू नहीं हुई है, जबकि इसके लिए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार किसानों को राहत देने के लिए बायोमैट्रिक की जगह सीधा जन आधार पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, लेकिन इसके लिए जन आधार आवश्यक है.
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सरकार ने दिया खरीद का लक्ष्य:विष्णु शर्मा का कहना था कि उपज का 25 फीसदी खरीद का लक्ष्य सरकार ने दिया है. ऐसे में जिन किसानों का पहले रजिस्ट्रेशन होगा, उनका माल पहले खरीदा जाएगा. उन्हें उस क्रम के अनुसार ही टोकन जारी किए जाएंगे. वहीं, रजिस्ट्रेशन में किसान ऑनलाइन गिरदावरी के जरिए भी रजिस्ट्रेशन कर सकता है. ऑनलाइन गिरदावरी नहीं होने पर ऑफलाइन गिरदावरी स्वीकार्य होगी, लेकिन इसपर पटवारी के हस्ताक्षर, सील और मोबाइल नंबर जरूरी है. ऑफलाइन गिरदावरी के साथ पी 35 फॉर्म की भी डिमांड की गई है. इसके साथ ही गिरदावरी में रकबा भी हेक्टेयर में होना जरूरी है, यह रकबा अगर बीघा में है तो रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. गिरदावरी और पी 35 फॉर्म में बोई गई फसल और रकबा स्पष्ट नजर आना चाहिए.