अलवर :तेज बारिश की वजह से नदी, नाले, तालाब और बांध उफान पर हैं. ऐसे में दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है. इसी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की ओर से पिछले कई दिनों से तेज बहाव वाले पानी में सोशल मीडिया पर नहाने की रील और बाइक आदि से स्टंट न करने को लेकर लगातार चेतावनी दी जा रही है. इसके बाद भी युवाओं का झील, झरना और तालाब में उतरकर रील बनाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अलवर जिला पुलिस पिछले चार दिनों में पानी में रील बनाने के आरोप में करीब 42 युवाओं को गिरफ्तार कर चुकी है. फिर भी सोशल मीडिया पर रील बनाने का दौर धड़ल्ले से जारी है.
दरअसल, अलवर में इस साल अच्छी बारिश हो रही है. इससे जिले के ज्यादातर तालाब, नदी, नाले, बांधों में पानी उफान पर है. कई साल बाद बांध और नदियों में पानी आने व पहाड़ों पर बहते झरनों को देखने के लिए बड़ी संख्या में युवा वहां पहुंच रहे हैं. इनमें से कुछ उत्साही युवा झरने, बांध और नदियों के गहरे पानी में उतर सोशल मीडिया पर नहाने की रील बना रहे हैं. इससे जलाशयों पर दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में जलाशयों में डूबने या तेज बहाव वाले पानी में लोगों के बहने से मौत के हादसे होने के कारण जिला प्रशासन ने अलवर जिले में भी तेज बहाव वाले पानी में नहीं जाने और गहरे पानी में उतर कर सोशल मीडिया पर रील नहीं बनाने को लेकर चेतावनी दी है.
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प्रशासन ने प्रमुख जलाशयों पर होमगार्ड और पुलिस की गश्त भी लगाई है. पुलिस की सख्ती के बाद भी लोगों में जलाशयों पर सोशल मीडिया पर रील बनाने को लेकर भय दिखाई नहीं दे रहा. इसी का नतीजा है कि पुलिस को पिछले दिनों से जलाशयों पर रील बनाने वालों को गिरफ्तार करना पड़ रहा है.