अलवर :भले ही रामगढ़ उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से पहले मैदान में प्रत्याशी उतार दिया हो, लेकिन पार्टी की ये जल्दबाजी आगे उसे भारी पड़ती दिखाई दे रही है. स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सुखवंत सिंह का विरोध शुरू कर दिया है. पार्टी ने इस सीट से सुखवंत सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. पार्टी नेता जय आहूजा के साथ ही सभी मंडल अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की चेतावनी दी है.
2023 विधानसभा चुनाव में रामगढ़ से भाजपा प्रत्याशी रहे जय आहूजा ने रविवार को रामगढ़ में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई. इसमें भाजपा के पांचों मंडल अध्यक्ष सहित अनेक पदाधिकारी व समर्थक मौजूद रहे. बैठक में जय आहूजा ने भाजपा की ओर से उपचुनाव में सुखवंत सिंह को टिकट दिए जाने का पुरजोर विरोध किया और उन्हें पार्टी द्रोही की संज्ञा दी. आहूजा ने कहा कि भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसने कुछ समय पहले पार्टी के झंडे जलाए थे और पार्टी के लिए अनर्गल बातें कही थीं. वहीं, भाजपा को हराने का काम किया था. ऐसे व्यक्ति को भाजपा कार्यकर्ता किसी भी सूरत में सहन नहीं कर सकते हैं.
भाजपा नेता जय आहूजा (ETV BHARAT ALWAR) इसे भी पढ़ें -भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर बोले- कार्यकर्ताओं की बदौलत मिला टिकट, पायलट को लेकर कही ये बात
उन्होंने बैठक में मौजूद भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं और 36 बिरादरी के लोगों को कहा कि एक लाख से ज्यादा वोट लाने हैं. इसकी तैयारी करनी है. इसके लिए तीन दिन का समय है. आगामी 22 अक्टूबर को रामगढ़ में पुन: कार्यकर्ताओं और समर्थकों की बैठक होगी, जिसमें आगे फैसला लिया जाएगा. बैठक के दौरान अनेक पदाधिकारियों ने भी रामगढ़ उपचुनाव में सुखवंत सिंह को भाजपा का टिकट दिए जाने का विरोध किया. बैठक के दौरान कई कार्यकर्ता भावुक हो गए. संबोधन के दौरान एक बार जय आहूजा भी भावुक नजर आए. बाद में संभलते हुए उन्होंने कहा कि जय आहूजा को कभी बेचारगी के आंसू नहीं आ सकते हैं.
ज्ञानदेव आहूजा भी नाराज :भाजपा की ओर से रामगढ़ उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद शनिवार रात को भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के घर पहुंचे और उनसे आशीर्वाद लिया. साथ ही आहूजा ने भाजपा के टिकट वितरण पर नाराजगी जताई और उन्हें अभी समर्थन दिए जाने से मना कर दिया. ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करके वो आगे फैसला लेंगे.