ETV Bharat / state

झालाना लेपर्ड रिजर्व में नथवाली के साथ वाटर पॉइंट पर नजर आया नन्हा शावक, पर्यटक हुए रोमांचित - LEOPARD AND CUB SEEN IN JHALANA

जयपुर के झालाना लेपर्ड रिजर्व में एक वाटर पॉइंट पर मादा लेपर्ड शावक के साथ नजर आई. यह दृश्य कैमरा ट्रैप में कैद हो गया.

Leopard and cub seen in Jhalana
झालाना में लेपर्ड व शावक की साइटिंग (ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 29, 2024, 5:41 PM IST

जयपुर: राजधानी जयपुर में झालाना लेपर्ड रिजर्व से खुशी की खबर सामने आई है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में मादा लेपर्ड नथवाली नन्हें शावक के साथ नजर आई है. शर्मीली नन्हे शावक के साथ रूट नम्बर 1 पर नीम गट्टा वाटर पॉइंट पर पानी पीती हुई नजर आई है. यह मनमोहक दृश्य तस्वीर में कैद हुआ है. मादा लेपर्ड नथवाली के साथ नन्हे शावक को देखकर पर्यटक रोमांचित हो गए. डीसीएफ जगदीश गुप्ता ने क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है.

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक झालाना लेपर्ड रिजर्व से खुशी की खबर सामने आई है. जंगल में लगातार लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में रूट नम्बर एक पर नीम गट्टा वाटर पॉइंट पर मादा लेपर्ड नथवाली नन्हे शावक के साथ नजर आई है. यह मनमोहक तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैद हो गई. लेपर्ड के साथ उनके शावक को देखकर पर्यटक भी रोमांचक अनुभव ले रहे हैं. झालाना लेपर्ड रिजर्व में नन्हे शावक नजर आने से वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. पर्यटन सीजन के चलते झालाना लेपर्ड सफारी फुल चल रही है.

पढ़ें: सरिस्का में बाघों के साथ अब प्रवासी पक्षियों की साइटिंग भी करेगी पर्यटकों को गदगद - SARISKA TIGER RESERVE

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक जयपुर शहर के बीचों बीच झालाना जंगल का अद्भुत दृश्य देख पर्यटक भी रोमांचित होते हैं. नन्हे शावक नजर आने के बाद से ही वन विभाग की ओर से लेपर्ड शर्मीली और उसके शावको की विशेष निगरानी रखी जा रही है. इस वर्ष अभी तक 4 मादा लेपर्ड्स 9 शावकों के साथ नजर आ चुकी है. इससे पहले मादा लेपर्ड जलेबी, फ्लोरा, एलके, शर्मीली भी नन्हे शावकों के साथ नजर आ चुकी है. नए शावकों के जन्म के दो-तीन महीने तक मादा लेपर्ड उन्हें छुपा कर रखती है. आने वाले दिनों में और भी नन्हें शावक अन्य मादा लेपर्ड के साथ नजर आने की उम्मीद है.

पढ़ें: रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर बाघिन सुल्ताना का मूवमेंट, देखने के लिए पर्यटकों के वाहनों की लगी कतारें - SIGHTING OF THE TIGRESS

वन्यजीव प्रेमियों ने भी नए शावक आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि झालाना में लेपर्ड का कुनबा बढ़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. लगातार झालाना में लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में करीब 45 लेपर्ड्स हो चुके हैं. दूरदराज से पर्यटक झालाना लेपर्ड सफारी करने के लिए पहुंचते हैं. यहां पर जंगल की खूबसूरती और लेपर्ड्स की साइटिंग पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रहती है. झालाना जंगल में कई प्रजातियों के पक्षी भी देखे जाते हैं. वन्यजीव प्रेमी और पक्षी प्रेमी भी यहां पहुंचकर जंगल को निहारते हैं.

जयपुर: राजधानी जयपुर में झालाना लेपर्ड रिजर्व से खुशी की खबर सामने आई है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में मादा लेपर्ड नथवाली नन्हें शावक के साथ नजर आई है. शर्मीली नन्हे शावक के साथ रूट नम्बर 1 पर नीम गट्टा वाटर पॉइंट पर पानी पीती हुई नजर आई है. यह मनमोहक दृश्य तस्वीर में कैद हुआ है. मादा लेपर्ड नथवाली के साथ नन्हे शावक को देखकर पर्यटक रोमांचित हो गए. डीसीएफ जगदीश गुप्ता ने क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है.

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक झालाना लेपर्ड रिजर्व से खुशी की खबर सामने आई है. जंगल में लगातार लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में रूट नम्बर एक पर नीम गट्टा वाटर पॉइंट पर मादा लेपर्ड नथवाली नन्हे शावक के साथ नजर आई है. यह मनमोहक तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैद हो गई. लेपर्ड के साथ उनके शावक को देखकर पर्यटक भी रोमांचक अनुभव ले रहे हैं. झालाना लेपर्ड रिजर्व में नन्हे शावक नजर आने से वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. पर्यटन सीजन के चलते झालाना लेपर्ड सफारी फुल चल रही है.

पढ़ें: सरिस्का में बाघों के साथ अब प्रवासी पक्षियों की साइटिंग भी करेगी पर्यटकों को गदगद - SARISKA TIGER RESERVE

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक जयपुर शहर के बीचों बीच झालाना जंगल का अद्भुत दृश्य देख पर्यटक भी रोमांचित होते हैं. नन्हे शावक नजर आने के बाद से ही वन विभाग की ओर से लेपर्ड शर्मीली और उसके शावको की विशेष निगरानी रखी जा रही है. इस वर्ष अभी तक 4 मादा लेपर्ड्स 9 शावकों के साथ नजर आ चुकी है. इससे पहले मादा लेपर्ड जलेबी, फ्लोरा, एलके, शर्मीली भी नन्हे शावकों के साथ नजर आ चुकी है. नए शावकों के जन्म के दो-तीन महीने तक मादा लेपर्ड उन्हें छुपा कर रखती है. आने वाले दिनों में और भी नन्हें शावक अन्य मादा लेपर्ड के साथ नजर आने की उम्मीद है.

पढ़ें: रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर बाघिन सुल्ताना का मूवमेंट, देखने के लिए पर्यटकों के वाहनों की लगी कतारें - SIGHTING OF THE TIGRESS

वन्यजीव प्रेमियों ने भी नए शावक आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि झालाना में लेपर्ड का कुनबा बढ़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. लगातार झालाना में लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में करीब 45 लेपर्ड्स हो चुके हैं. दूरदराज से पर्यटक झालाना लेपर्ड सफारी करने के लिए पहुंचते हैं. यहां पर जंगल की खूबसूरती और लेपर्ड्स की साइटिंग पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रहती है. झालाना जंगल में कई प्रजातियों के पक्षी भी देखे जाते हैं. वन्यजीव प्रेमी और पक्षी प्रेमी भी यहां पहुंचकर जंगल को निहारते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.