रांची: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और ईडी की चल रही कार्रवाई के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा इन दिनों न्याय यात्रा के जरिए राज्यभर में आंदोलन कर रही है. 15 फरवरी को राजधानी के मोरहाबादी स्थित बापू बाटिका से उपवास के जरिए शुरू हुई इस यात्रा के जरिए जनता के बीच जाने का निर्णय झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किया है.
इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा शुरू की इस आंदोलन पर सियासत शुरू हो गई है. प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने झामुमो के आंदोलन की आलोचना करते हुए कहा है कि न्याय मांगने वाले ने चार साल तक जनता से अन्याय किया और चले हैं न्याय मांगने. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष बाल मुकुंद सहाय ने जेएमएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक कहावत है चोरी भी और सीनाजोरी भी, कुछ ऐसा ही काम यह पार्टी कर रही है. जिस जनता ने झामुमो, कांग्रेस और राजद को बहुमत दिया उसी के साथ अन्याय करने का काम इन लोगों ने किया है. ऐसे में जनता सबकुछ समझ रही है.
बीजेपी से पूछकर जेएमएम कार्यक्रम तय करेगी क्या- मनोज पांडे
बीजेपी के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने हमला बोलते हुए कहा है कि बीजेपी से पूछकर जेएमएम कार्यक्रम तय करेगी क्या? उन्होंने कहा कि पार्टी जनमानस की भावना के अनुरूप काम कर रही है. जिस तरह हेमंत सोरेन को कारावास में डालकर प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है उससे झारखंड की जनमानस आक्रोशित है. झारखंड के हीरो को बीजेपी ने साजिश के तहत जिस तरह से केन्द्रीय एजेंसी के सहारे फंसाने का काम किया गया है वो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. बहरहाल न्याय यात्रा को जहां प्रभावी बनाने में झारखंड मुक्ति मोर्चा जुटा हुआ है और इसके लिए जिला स्तर पर आंदोलन की रुपरेखा तय की गई है.