रतलाम : रतलाम जिले के जावरा में किसानों ने लहसुन से भरे दो ट्रक पकड़े हैं. किसानों का आरोप है कि इस लहसुन का उत्पादन चीन में होता है. इस लहसुन को अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते भारत लाया जा रहा है. किसानों का कहना है कि अफगानिस्तान में लहसुन का उत्पादन ही नहीं होता, लेकिन वहां से बड़ी मात्रा में लहसुन भारत की मंडियों में आ रहा है. इससे देश के किसानों द्वारा पैदा किए गए लहसुन के दाम लगातार गिर रहे हैं.
अब चायनीज लहसुन भारत के बाजारों में, जावरा में किसानों ने दबोचे दो ट्रक - CHINESE GARLIC INDIAN MARKETS
रतलाम के जावरा में किसानों ने बड़ी मात्रा में चीन में उत्पादित लहसुन पकड़ा है. इस लहसुन को अफगानिस्तान के व्यापारी भारत भेज रहे हैं.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : 6 hours ago
किसान नेताओं ने मंगलवार रात जावरा क्षेत्र में जावरा बायपास पर लहसुन से भरे दो ट्रकों को पकड़ा. जब किसानों ने पड़ताल की तो पता चला कि ये लहसुन बाघा-अटारी बॉर्डर से भारत में आया. यहां से ये ट्रक बेंगलुरु ले जाए जा रहे थे. किसान नेताओं को काफी दिनों से इसकी सूचना मिल रही थी कि अफगानिस्तान व पाकिस्तान के रास्ते से चीन में उत्पादित लहसुन भारत आ रहा है. ऐसे ट्रक जावरा से होकर गुजरते हैं. बताया जाता है कि अफगानिस्तान के व्यापारी इस लहसुन को भारत भेज रहे हैं.
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किसानों ने बताई लहसुन के दाम अचानक गिरने की वजह
किसान नेताओं के अनुसार 2014 से देश में चीन की लहसुन प्रतिबंधित है. इसके बाद भी यह लहसुन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के माध्यम से भारत लाई जा रही है. किसान नेता डीपी धाकड़ने बताया "लहसुन के दामों में अचानक गिरावट दर्ज की गई है. किसानों ने मंगलवार को दो ट्रक पड़कर औद्योगिक थाना जावरा पुलिस को सुपुर्द किए हैं. लहसुन के ऊपर अफगानिस्तान के व्यापारी का टैग लगा हुआ है." चीन की लहसुन का संदेह होने पर दोनों ट्रकों को औद्योगिक पुलिस थाने में खड़ा करवाया गया है. अब जब्त लहसुन के सैंपल लिए जाएंगे. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.