शिमला: हिमाचल में मौसम की बेरुखी का असर फसलों की पैदावार पर पड़ा है. जिससे मांग अधिक होने से बाजार में खाने पीने की वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. इन दिनों खाद्य वस्तुओं सहित सब्जियां भी बहुत अधिक महंगी हो गई हैं. ऐसे में प्रदेश के लाखों परिवारों के लिए उचित मूल्य की दुकानें ही सस्ते राशन खरीदने के लिए एकमात्र सहारा बची है. जिसके तहत सरकार ने जुलाई महीने के लिए सस्ते राशन का आवंटन कर दिया है.
हिमाचल प्रदेश के पांच लाख से अधिक डिपुओं में एपीएल परिवारों को अगले महीने 14 किलो आटा और 6 किलो चावल कोटा प्रति राशन कार्ड मिलेगा. राहत की बात ये है कि सरकार ने अगस्त 2023 से एपीएल परिवारों दिए जाने वाले आटे और चावल के कोटे में कोई कट नहीं लगाया है. उससे पहले हर दो तीन महीने में राशन के कोटे को घटाया और फिर से बढ़ाया जाता रहा है, लेकिन अब करीब एक साल से आटे और चावल की मात्रा से कोई फेरबदल नहीं किया गया है. हालांकि अधिक सदस्यों वाले परिवारों के लिए राशन की मात्रा अभी कम है. ऐसे उपभोक्ता राशन का कोटा बढ़ाए जाने की भी लंबे समय से मांग कर रहे हैं.
25 हजार मीट्रिक टन से अधिक राशन का आवंटन
केंद्र सरकार ने जुलाई माह के लिए राशन कोटे का आवंटन कर दिया है. इस बारे में सभी जिला खाद्य नियंत्रकों को निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं, उचित मूल्यों की दुकानों में उपभोक्ताओं को समय पर सस्ता राशन उपलब्ध कराने के भी निर्देश जारी किए गए हैं. जुलाई महीने के लिए एपीएल परिवारों के लिए 25 हजार मीट्रिक टन से अधिक चावल और आटे के कोटे का आवंटन हुआ है. अब तय की गई मात्रा के हिसाब से डिपो धारकों को परमिट जारी होंगे. ऐसे में लाखों उपभोक्ताओं को डिपुओं में एक जुलाई से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा. डिपो में समय पर सस्ता राशन उपलब्ध हो. इसके लिए सरकार ने पहले ही जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं.