अलवर.जन जन के आराध्य भगवान जगन्नाथ ने रविवार दोपहर 12 बजे दूल्हा रुप में भक्तों को दर्शन दिए. भगवान के दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में मौजूद रहे. साथ ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी इस समय मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना के लिए पहुंचे. बीते 72 घंटो से भगवान जगन्नाथ गर्भ गृह में आराम कर रहे थे, जहां भगवान की अंग सेवा की जा रही थी. दोपहर में भगवान जगन्नाथ के गर्भ गृह से बाहर आने के बाद शाम को मंदिर प्रांगण से सीताराम जी (शालिग्राम ) की सवारी रूपबास स्थित रूप हरि मंदिर के लिए रवाना हुई, जहां भगवान सीताराम सोमवार देर रात भगवान जगन्नाथ की विवाह स्थल पहुंचने पर आगवानी करेंगे.
महंत पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि रविवार करीब शाम 7 बजे पुराना कटला सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर से करीब 8 किलोमीटर लंबी सीताराम जी की रथ यात्रा रवाना हुई. इस रथ यात्रा के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भगवान जगन्नाथ अपनी बारात लेकर रुपबास स्थित रूप हरि मंदिर पहुंचेंगे, उस समय शालिग्राम जी उनकी अगवानी करेगें. पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि सीताराम जी की रथ यात्रा 1 दिन पहले जाने का यह कारण है कि सीताराम माता जानकी के भाई है और बहन की शादी की तैयारी को विवाह स्थल पर जाकर परखते हैं. सीताराम जी की रथ यात्रा मंदिर परिसर से रवाना होकर सराफा बाजार, त्रिपोलिया, होप सर्कस, अशोक सर्किल, भवानी तोप होते हुए रात 11:30 बजे रूप हरि मंदिर पहुंची. रथ यात्रा पूरे लवाजमे के साथ मंदिर परिसर से शुरू हुई, जिसमें विभिन्न झांकियां, बैंड व प्याऊ आदि शामिल रहे.
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