अयोध्या की तर्ज पर जशपुर में भी रामजी की प्राण प्रतिष्ठा, पिछले 4 दिनों से चल रहे अनुष्ठान
Ramji Pran Pratishtha in Jashpur: अयोध्या की तर्ज पर जशपुर में भी रामजी की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की जा रही है. यहां पिछले 4 दिनों से अनुष्ठान चल रहा है. सोमवार को यहां स्थित राममंदिर में रामदरबार स्थापित किया जाएगा.
अयोध्या की तर्ज पर जशपुर में भी रामजी की प्राण प्रतिष्ठा
जशपुर:अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर जशपुर के बगीचा की उंची पहाड़ियों पर स्थित राम मंदिर में भी रामलला के मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा होगी. बगीचा के अहिनमाड़ा के नवनिर्मित राम-जानकी मंदिर में भी प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया है. चार दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के दौरान यंहा श्रद्धालुओं का मेला लगा हुआ है.
पड़ोसी राज्यों से भी पहुंचे श्रद्धालु: बगीचा के इस राम मंदिर परिसर में भव्य साज-सज्जा के साथ विधिविधान से पिछले 4 दिनों से पूजा-अर्चना की जा रही है. राम-जानकी मंदिर में राम-जानकी लक्ष्मण और हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित की गई है. इस राम दरबार की स्थापना से पहले हवन भजन-कीर्तन किया जा रहा है. 22 जनवरी को यंहा भी विधिवत पूजा का कार्यक्रम सम्पन्न हो जाएगा. इसके लिए वाराणसी से विद्वान पंडितों को बुलाया गया है. अयोध्या में राम मंदिर की तरह यहां जशपुर, सरगुजा जिले के अलावा पड़ोसी झारखंड राज्य से भी श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची है.
बनारस के पंडित कर रहे अनुष्ठान: इस कार्यक्रम के प्रमुख दिनेश शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "अहिनमाड़ा में कार्यक्रमों का आयोजन श्री राम मंदिर स्थापना को लेकर किया जा रहा है, जिसमें भंडारे सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. 22 जनवरी को राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन है. इसमें बनारस के पंडितों के द्वारा अनुष्ठान करवाया जा रहा है."
जशपुर में महापर्व मनाने की तैयारी:शहर को राम भक्तों ने भगवा रंग में रंग दिया है. शहर से लेकर गांवों तक भगवा झंडे लहरा रहे हैं. शहर के सभी मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के वक्त विशेष आरती का आयोजन किया गया है. शहर के सभी बड़े चौक चौराहों पर टीवी स्क्रीन लगाकर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा. कई मंदिरों में सुबह से प्रसाद का वितरण शुरु हो जाएगा. जिले के बाजारडांड़ लक्ष्मी गुड़ी मंदिर से एक भव्य बाइक रैली भी निकाली जाएगी. शहर के ज्यादातर हनुमान मंदिरों में 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाएगा.
कहा जाता है कि इस जगह पर वनवास के दौरान प्रभु श्री राम पधारे थे. यही कारण है कि रामजी के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी रामोत्सव को लेकर रामभक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है.