पटना:शोले फिल्म में रामगढ़गांव का नाम आपने कई बार सुना होगा. ऐसे में आज हम आपको बिहार के कैमूर की रामगढ़ सीट के बारे में बताने जा रहे हैं. यह शोले फिल्म का रामगढ़ नहीं है, लेकिन हाईप्रोफाइल सीट जरूर है. छह बार के विधायक रहे जगदानंद सिंह ने ने अपने पुत्र अजीत कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं प्रशांत किशोर की पार्टी की उपस्थिति से रामगढ़ में मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है.
रामगढ़ सीट पर चतुष्कोणीय मुकाबला: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर है. जगदानंद सिंह ने अपने पुत्र अजीत सिंह को मैदान में उतारा है. मुकाबले में भाजपा की ओर से उनकी ही जाति के अशोक सिंह मैदान में हैं तो प्रशांत किशोर ने कुशवाहा जाति के उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया है. बहुजन ने यादव उम्मीदवार को मैदान में उतारकर मुकाबले को चतुष्कोणीय बना दिया है.
जगदानंद सिंह ने छह बार किया प्रतिनिधित्व: रामगढ़ विधानसभा सीट जगदानंद सिंह के नाम से जाना जाता है और जगदानंद सिंह ने रामगढ़ में कई विकास के कार्य किए. जगदानंद सिंह रामगढ़ विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे. 2020 के चुनाव में जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह चुनाव जीते. हालांकि मतों का अंतर काफी कम था. 2015 का चुनाव अगर छोड़ दें तो रामगढ़ सीट पर जगदानंद सिंह परिवार का कब्जा रहा है. 2015 के चुनाव में भाजपा के अशोक सिंह विधायक बने थे.
"लालू प्रसाद यादव के नाम और तेजस्वी यादव के काम की बदौलत हम रामगढ़ जीतने में कामयाब होंगे. हमारे प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उस इलाके के लिए बहुत काम किया है. अजीत सिंह भी लगातार क्षेत्र में काम करते रहे हैं और वहां से राजद उम्मीदवार की जीत तय है."-एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
दो राजपूत उम्मीदवार मैदान में: रामगढ़ विधानसभा सीट हॉट सीट बन चुका है. तमाम राजनीतिक दल जोर आजमाइश कर रहे हैं. इस बार प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज की मौजूदगी ने लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है. प्रशांत किशोर ने कुशवाहा जाति के उम्मीदवार सुशील कुशवाहा को मैदान में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी की ओर से अंबिका यादव के भतीजे पिंटू यादव मैदान में हैं तो भाजपा ने अशोक सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह भी मुकाबला के लिए तैयार हैं. अशोक सिंह और अजीत सिंह दोनों राजपूत जाति से आते हैं.
"हमारी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक अशोक सिंह वहां सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं. चुनाव हारने के बाद भी वह क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे. जगदानंद सिंह ने परिवारवाद को बढ़ावा दिया है, लेकिन हमारे उम्मीदवार पर ऐसी कोई बात लागू नहीं होती है. हमारे प्रत्याशी बड़े मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे."- पंकज सिंह, भाजपा प्रवक्ता
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता: इस सीट पर कुल वोटर 2.70 लाख हैं. जिसमे कि पुरुष वोटर 1.41 लाख (52.36%) और महिला वोटर 1.27 लाख (47.26%) हैं. जबकि ट्रांसजेंडर वोटरः 2 (0.001%) हैं. अनुसूचित जाति की आबादी 65000-23% है.
जातिगत समीकरण: जातिगत समीकरण के अगर बात कर ले तो रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक आबादी राजपूत वोटर की है.राजपूत वोटर की संख्या 59543 -21% है. भाजपा और राष्ट्रीय जनता दल दोनों की नजर राजपूत मतदाताओं पर है. दूसरे स्थान पर मुस्लिम मतदाता है जिनकी संख्या 23761-8.5% है.