रामनवमी विशेष: भिलाई में "एक मुट्ठी दान, प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान की शुरुआत - Ram Janmotsav 2024
भिलाई में "एक मुट्ठी दान, प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान की शुरुआत हुई है. जिले में श्री राम जन्मोत्सव समिति की ओर से रामनवमी की तैयारियों के तहत इसे शुरू किया गया है.
भिलाई:भिलाई के श्रीराम जन्मोत्सव समिति की ओर से रामनवमी की तैयारियां शुरू हो चुकी है. पिछले साल की तरह इस साल भी समिति की ओर से "एक मुट्ठी दान, प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान की शुरुआत हुई है. इस बार भारी संख्या में राम भक्तों का जमावड़ा लगेगा. इस दौरान 1100 से अधिक ध्वजावाहकोंं और झाकियों को सम्मानित किया जाएगा. भिलाई में पिछले 38 सालों से रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली जा रही है. इस बार गुंडिचा मण्डप सेक्टर 10 में रामनवमी का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि समिति के संरक्षक और पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय रहेंगे.
"एक मुट्ठी दान- प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान का महत्व:प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने रविवार को इस बारे में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "सभी ध्वजवाहक बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने 4 दशकों की इस विशाल यात्रा में श्रीराम के जयघोष के साथ भगवा ध्वज को सदैव ऊंचा रखा." इस दौरान उन्होंने समिति की ओर से "एक मुट्ठी दान- प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान की शुरूआत भी की है. इसके तहत हर घर से रामनवमी के लिए दान लिया जाएगा. यह अभियान 15 अप्रैल तक चलाया जाएगा, जिसमे समस्त भिलाईवासियों से इस पुण्य अभियान में सहभागी बनने आह्वान किया गया.
राम जोड़ने का नाम है:प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि, "राम जोड़ने का नाम है. राम का नाम पत्थर पर लिख देने और समुद्र में पत्थर से पत्थर जोड़ने से पुल बन गया था. जो राम का नाम लेता है, वह तोड़ने वाला हो ही नहीं सकता. इसलिए समाज के हर वर्ग को जोड़ कर हम इस अभियान को चला रहे हैं"
रामविरोधी देश को बांटने का कर रहे काम: वहीं, श्री राम जन्मोत्सव समिति युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने कहा कि, "समिति की इन 4 दशकों की यात्रा, भव्य कार्यक्रमों, एकजुटता और समाज के लिए किए गये कार्यों का यदि श्रेय किसी को जाता है, तो वो यहां उपस्थित रामभक्तों को जाता है. राममंदिर के निर्माण के उद्देश्य से समिति की नींव रखी गई थी. वह उद्देश्य तो पूर्ण हो गया, लेकिन हमारा दायित्व अभी खत्म नहीं हुआ है. हमें अभी भी निरंतर काम करना है. जो सनातन विरोधी हैं, जो राम विरोधी हैं, जो लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं, उनके विरूद्ध हमारी लड़ाई जारी रहेगी.जो लोग धर्म और संस्कृति पर निरंतर प्रहार कर रहे हैं, छत्तीसगढ़ ऐसे लोगों का गढ़ बन गया था."
"एक मुट्ठी दान- प्रभु श्रीराम के नाम" अभियान की शुरुआत रविवार को हो चुकी है. इसके तहत सेक्टर-10 के विभिन्न घरों से अन्न दान लिया गया है.