डूंगरपुरःलकड़ी के ट्रक बेरोकटोक परिवहन की एवज में मासिक बंधी के 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी के साथ जिले के रेंजर व वनपाल को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद एसीबी की एक टीम ने राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी को पकड़ा, जबकि दो वनकर्मियों को डूंगरपुर से गिरफ्तार किया. राजसमंद से गुजरात के लिए लकड़ी के ट्रक बिना जांच के परिवहन की एवज में 15 हजार रुपए की मासिक बंधी तय की थी, जिसमें से 10 हजार रुपए की रिश्वत पहले ही दे दी थी और अब 5 हजार रुपए अब देते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के निरीक्षक मंशाराम ने बताया कि लकड़ी कारोबारी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में 12 जुलाई को एक शिकायत दर्ज करवाई. इसमें बताया कि डूंगरपुर जिले में वन विभाग के रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक द्वारा लकड़ी से भरा ट्रक छोड़ने की एवज में 45 हजार रुपए की मांग की गई. साथ ही बिछीवाड़ा क्षेत्र में बिना रोकटोक ट्रक ले जाने के लिए मासिक बंधी के लिए भी डिमांड की गई.
इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम द्वारा उसी दिन 12 जुलाई को शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिसमें रेंजर लोकेश ने बताया कि 21 हजार रुपए वन विभाग की रसीद कटेगी. इसके अलावा रिश्वत की राशि राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी बलराम पाटीदार द्वारा बता देने की बात कही. उसके कुछ देर बाद बलराम पाटीदार का व्हाट्सएप कॉल परिवादी के पास आता है, जिनके द्वारा 21 हजार रुपए की सरकारी रसीद के अलावा 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जाती है, जिसमें 10 हजार रुपए एडवांस दे देने के बाद शेष 5 हजार रुपए देने की मांग की गई.