मानसून सक्रिय होते ही कृषि कार्य में तेजी, खाद के भंडारण और वितरण में जुटा प्रशासन - Agricultural Work Picks Up Pace
मानसून के सक्रिय होते ही कृषि कार्य में तेजी आ रही है. इसलिए राजनांदगांव जिले में खाद की मांग में भी इजाफा हो रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने किसानों की मांग के अनुरूप खाद का भंडारण और वितरण शुरु कर दिया हैं.
राजनांदगांव : मानसून के सक्रिय होते ही खेती किसानी के काम में तेजी आनी शुरू हो गई है. इसके साथ ही रासायनिक खाद की मांग भी बढ़ने लगी है. समितियों में खाद का भण्डारण सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रेन के जरिए खाद की आवक राजनांदगांव सहित चार जिलों के लिए हो रही है. यह खाद केंद्रीय सहकारी बैंक के अंतर्गत आ रहा है.
कृषि काम में तेजी से खाद की मांग बढ़ी : खेती किसानी के कार्य में तेजी आने के साथ ही खाद की मांग भी बढ़ने लगी है. इसे ध्यान में रखते हुए जिले में जितने खाद का भंडारा किया गया था, लगभग उतने खाद का उठाव भी किसानों ने कर लिया है. ऐसे में अब खाद की मांग में भी इजाफा हो रहा है. जिसके लिए समितियों में खाद का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए जिला केंद्रीय सहकारी बैंक जुट गया है. ट्रेन के जरिए प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना के तहत भारत यूरिया की खेप राजनांदगांव पहुंच रही है.
मांग के अनुरूप खाद का भंडारण : खाद के भंडारण को लेकर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभात मिश्रा ने कहा, "खाद भंडार और वितरण को लेकर हमने सहकारी बैंक के अधीन चार जिलों की समीक्षा की है. जिसमें लक्ष्य से 85 प्रतिशत प्रतिशत खाद का भंडारण हो चुका है."
"समितियों में खाद की उपलब्धता मार्फेड के डबल लॉक सेंटर में उपलब्धता के आधार पर ही होती है. तभी समितियों में खाद उपलब्ध हो पता है. हम किसानों की मांग के अनुरूप खाद का भंडारण और वितरण कर रहे हैं." - प्रभात मिश्रा, सीईओ, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, राजनांदगांव
किसानों को रासायनिक खाद का किया वितरण : खाद के भंडारण को लेकर राजनांदगांव केंद्रीय जिला सहकारी बैंक को 1 लाख 35 हजार 940 मिट्रिक टन खाद का लक्ष्य मिला है. इसमें से 1 लाख 15 हजार 680 मिट्रिक टन खाद का भंडारण किया जा चुका है. वहीं 1,00,449 मिट्रिक टन रासायनिक खाद का वितरण किसानों को कर दिया गया है. समितियां में डीएपी खाद की कमी देखी जा रही है, जिसकी पूर्ति के लिए एनपीके खाद का भंडारण समितियों में कराया जा रहा है.