पटनाः बिहार में 28 जनवरी को नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की नई सरकार बनी. इस गठबंधन में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के चार विधायक हैं. जीतन राम मांझी ने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को एक और मंत्री पद देने की मांग की है. इसको लेकर बिहार में सियासत चल रही थी रविवार को यह अफवाह उड़ी की संतोष कुमार सुमन ने इस्तीफा दे दिया. बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इन मुद्दों पर गठबंधन का बचाव किया.
"मांझी जी सुलझे हुए नेता हैं. ऐसी कोई बात नहीं है. बिहार में एनडीए मजबूत है. कहीं कोई दिक्कत नहीं है. मांझी जी ने जो मांग की थी उसपर बड़े नेताओं से बात हो रही है. मांझी जी के पुत्र संतोष सुमन जी से सभी नेताओं की बात हुई है. किसी ने हवा उड़ा दिया कि संतोष सुमन इस्तीफा दे दिया, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. ऐसी कोई बात नहीं है जिससे एनडीए गठबंधन पर कोई आंच आए."- राजीव प्रताप रूडी, भाजपा सांसद
विकास के लिए गठबंधन बना हैः राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि लोग कुछ भी कह सकते हैं, कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. मांझी जी लगातार केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार का साथ देते रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि कहीं से कोई दिक्कत एनडीए में नहीं होनेवाला है. भाजपा सांसद ने कहा कि बिहार में जो नई सरकार बनी है, वह विकास का काम करेगी. विकास का काम करने को लेकर सभी गठबंधन के नेता एकजुट हैं. इसीलिए कोई कुछ कह ले हमें विश्वास है कि मांझी जी जैसे सुलझे नेता कभी भी कोई ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे एनडीए गठबंधन पर आंच आए.
क्या कहा था मांझी नेः जीतन राम मांझी ने कहा कि हम लोग एनडीए के पुराने साथी हैं और हमारी इच्छा है कि एक और विधायक को अगर मंत्री पद मिल जाता तो बिहार में काम करने में ठीक रहता. उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो यह हमारे साथ अन्याय होगा. मांझी ने यह भी कहा था कि महागठबंधन ने मुझे मुख्यमंत्री बनने का ऑफर तक दे दिया था, लेकिन फिर भी हम एनडीए गठबंधन में रहे. हमारी इच्छा है कि एक और विधायक जो हमारे पार्टी के अनिल कुमार सिंह हैं, उन्हें नीतीश कुमार मंत्री बनाएं.