राजगढ़:लासूडली धाकड़ गांव के एक बुजुर्ग एक साल से खुद को जिंदा करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. उनका कहना है कि कागजों में अभी भी वह मृत हैं. जब वे फॉर्मर आईडी रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंचे तो मालूम पड़ा कि कागजों में उनके नाम के आगे स्वर्गीय जुड़ गया है. अब उन्हें शासन से मिलने वाली हर सुविधा से वंचित कर दिया गया है.
एक साल बाद भी जिंदा नहीं हुआ बुजुर्ग! जनसुनवाई में फिर लगाई अर्जी - RAJGARH JANSUNWAI CASE
सीएम जनसुनवाई, पंचायत और कई जगह शिकायत के बाद कलेक्टर जनसुनवाई में दिया आवेदन. कागजों में खुद को जिंदा करने की लगाई फिर गुहार.
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Feb 25, 2025, 8:23 PM IST
बुजुर्ग शिकायतकर्ता का नाम केसर सिंह नागर है. उनकेपोते देवकरण नागरने बताया कि "उनके दादा को वो कागजों में जिंदा कराने के लिए यहां लेकर आए हैं. ग्राम पंचायत के द्वारा उनके दादा को कागजों में मृत घोषित किया है.उनकी समग्र आईडी में भी स्वर्गीय केसर सिंह नागर दिखाई दे रहा है. इस कारण शासन की सभी योजनाओं से वंचित हो गए हैं. इनकी फॉर्मर आईडी भी नहीं बन पा रही है. हमने जनसुनवाई में इसकी शिकायत की है, वहां से हमें बगैर कोई रसीद दिए सीधे जनपद पंचायत में जाने के लिए कहा गया है. इसके पहले सीएम जनसुनवाई में भी शिकायत कर चुके हैं."
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'आवेदन जनपद सीईओ को फॉरवर्ड'
जिला पंचायत सीईओ महीप किशोर तेजस्वीने बताया कि "संबंधित शिकायतकर्ता का आवेदन जनसुनवाई में मैंने लिया था. जिसे जनपद सीईओ को फॉरवर्ड किया गया है. मैं खुद उसकी मॉनिटरिंग करूंगा और जनपद सीईओ से उसकी अपडेट लूंगा. यदि पावती नहीं भी मिली तो कोई बात नहीं, मामला मेरी प्रायोरिटी में है. बता दें कि शिकायतकर्ता के पोते ने कहा था कि उन्हें शिकायत की कोई पावती नहीं दी गई है.