अलवर.भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रतिपक्ष नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि चूरू में भाजपा की हार की जिम्मेदारी मैंने ली है. उन्होंने चूरू से भाजपा छोड़कर कांग्रेस टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते राहुल कस्वां पर तंज कसते हुए कहा कि कभी खुद का नाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समान होने पर जिन्हें शर्म आती थी, आज वे उन्हीं की गोदी में जाकर बैठ गए. सिद्धांतहीन राजनीति का गठजोड़ एक बार चल सकता है, बार-बार नहीं. प्रदेश अध्यक्ष पद के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे इस दौड़ में पहले भी नहीं थे और अब भी नहीं हैं.
देश में आपातकाल लगाने के 49 वर्ष पूरे होने पर जिला भाजपा की ओर से जिला कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए राठौड़ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राहुल कस्वां के परिवार को भाजपा ने सांसद से लेकर विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान आदि का 14 बार टिकट दिया, लेकिन एक बार टिकट नहीं मिली तो वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए. टिकट देने का निर्णय भाजपा संसदीय दल करता है. पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता होने के नाते उनके फैसले पर टिप्पणी करने को उन्हें कोई अधिकार नहीं है. उनका टिकट नहीं कटने पर भाजपा की पांच सीटें बचने के राहुल कस्वां के बयान पर राठौड़ ने कहा कि वे इतने बड़े नेता नहीं है कि पांच सीट पर प्रभाव डाल सकें. उन्होंने कहा विपक्ष के लोगों के झूंठ के भ्रम के कारण भाजपा की कुछ सीटों पर हार हुई.
अभी राज्य सरकार की गाड़ी पहले-दूसरे गियर में: राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में भजनलाल सरकार अभी पहले-दूसरे गियर में चल रही है. जब टॉप गियर में आएगी तो विकास के कीर्तिमान स्थापित करेगी. उन्होंने कहा कि अभी सरकार चुनाव आचार संहिता की गिरफ्त से बाहर निकली है. अलवर में आपराधिक घटनाएं बढ़ने और पुलिस पर हमले जैसी घटनाओं के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि भजनलाल सरकार को राज्य में कानून की बिगड़ी हालत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की विरासत के रूप में मिली है, लेकिन सरकार प्रदेश में गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.