झालावाड़. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है. ऐसे में दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी गांव-गांव जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं. इधर, क्षेत्र में कांग्रेस के स्टार प्रचारक की जनसभा या रैली न होने के कारण कांग्रेस खेमे में थोड़ी मायूसी दिखाई दे रही है. भाजपा ने नामांकन रैली के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बुलाकर सांसद दुष्यंत सिंह को पांचवीं बार 5 लाख पार वोटों से जिताने का बड़ा दावा किया है. संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकर्ता अब शेष दिनों में पार्टी के कद्दावर नेता सचिन पायलट और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को क्षेत्र में लाने की डिमांड कर रहे हैं.
कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने नहीं दिखाई दिलचस्पी :बात करें पिछले विधानसभा चुनाव की तो क्षेत्र में बीते 5 सालों में कांग्रेस के किसी केंद्रीय नेता ने चुनाव के दौरान किसी बड़ी रैली या जनसंभा को संबोधित नहीं किया है. ऐसे में क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है. झालावाड़ जिले को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है. ऐसे में इस क्षेत्र में पिछले 35 वर्षों से भाजपा का कब्जा रहा है. पूर्व सीएम राजे क्षेत्र में खुद पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुकीं हैं. वहीं, उनके बेटे दुष्यंत सिंह लगातार चार बार क्षेत्र से सांसद का चुनाव जीत चुके हैं. वहीं, कांग्रेस के बड़े नेताओं ने क्षेत्र में जनसभा या रैली में आने की दिलचस्पी नहीं दिखाई दे रही है.