अलवर: रामगढ़ उपचुनाव का नतीजा शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे मतगणना पूरी होने के बाद घोषित कर दिया गया. यहां भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार आर्यन जुबेर खां को 13636 वोटों से हराया. विधायक जुबेर खां के आकस्मिक निधन से खाली हुई इस सीट पर सहानुभूति भी कांग्रेस को जीत नहीं दिला पाई और भाजपा जीत दर्ज करने में सफल रही.
मतगणना सुबह 8 बजे बाबू शोभाराम राजकीय कला कॉलेज परिसर में शुरू हुई. शुरुआती दौर में कांग्रेस ने यहां बढ़त बनाई. मतगणना के हर राउंड में कांग्रेस व भाजपा के बीच शह-मात का खेल चलता रहा. कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा पार्टी एक-दूसरे पर भारी पड़ती नजर आईं, लेकिन दोपहर एक बजे बाद भाजपा ने बढ़त बनाना शुरू किया और मतगणना के आखिरी राउंड में निर्णायक बढ़त बनाकर कांग्रेस से यह सीट छीनने में कामयाब रही.
रामगढ़ उपचुनाव, सुनिए किसने क्या कहा... (ETV Bharat Alwar) किसको कितने वोट मिले ? : रामगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन जुबेर खां को 95175 वोट मिले और भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह को 108811 वोट मिले. वैसे चुनाव में 10 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे थे, लेकिन कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों को छोड़ शेष प्रत्याशियों में कोई भी एक हजार वोटों के आंकड़े को नहीं छू पाया. अन्य प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा वोट नोटा को 798 मिले. अन्य सभी 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई.
कांग्रेस जीत की हैट्रिक बनाने से चूकी : उपचुनाव में भाजपा की जीत के चलते रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस जीत की हैट्रिक बनाने से चूक गई. कांग्रेस को यहां 2018 एवं 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी, लेकिन उपचुनाव में वह जीत के सिलसिले को बरकरार नहीं रख पाई. वहीं, भाजपा संगठन एवं कुशल चुनाव प्रबंधन के चलते यहां उपचुनाव में जीत दर्ज कराते हुए वापसी की.
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भंवर जितेन्द्र सिंह व जूली की लगी थी प्रतिष्ठा दांव पर : रामगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार की कमान राष्टीय महासचिव भंवर जितेन्द्र सिंह व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने संभाल रखी थी. दोनों नेताओं की ओर से खूब प्रयास किए गए, लेकिन कांग्रेस को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके. वहीं, भाजपा की ओर से केन्द्रीय वन मंत्री एवं अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव तथा प्रदेश के वन मंत्री संजय शर्मा की प्रतिष्ठा इस उपचुनाव से जुड़ी हुई थी. उपचुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में आने से दोनों ही नेता अपनी प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब रहे.
यह जीत रामगढ़ क्षेत्र की जनता की : रामगढ़ उपचुनाव में विजयी रहे भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने परिणाम घोषित होने के बाद पत्रकारों से कहा कि यह जीत रामगढ़ की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं की है. यहां जनता ही सुखवंत बनकर चुनाव लड़ रही थी. पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर टीमवर्क के रूप में कार्य किया. यह जीत का श्रेय क्षेत्र की जनता और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जाता है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की विकास की जरूरतों को बड़े नेताओं के सहयोग से पूरा करेंगे. जनता के बीच रहकर व उनसे पूछ कर जो भी आवश्यकता होगी, उसे पूरा करेंगे. कानून व्यवस्था में सुधार आया है, जहां और जरूरत होगी, वहां मुख्यमंत्री से बात कर कानून व्यवस्था मजबूत करेंगे.
जनता का आदेश शिरोधार्य : कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन जुबेर खां ने कहा कि यह जनता का आदेश है. शुरुआत में परिणाम कांग्रेस के पक्ष में लग रहा था, लेकिन अंत में यह नतीजा भाजपा के पक्ष में गया. पिता जुबेर खां के निधन के बाद मुझे दो महीने का समय मिला. इसमें चुनाव भी लड़ा और घर को भी संभाला. हमने पूरे प्रयास किए और पार्टी ने पूरा सहयोग किया. चुनाव में जनता का प्यार मिला, इसे और बढ़ाना है. उनके पिता जुबेर खां की सोच को और आगे बढ़ाना है. उनसे बहुत कुछ सीखा है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने अच्छा चुनाव लड़ा, उनके सामने किस तरह की चुनौतियां थीं और कौन-कौन सी ताकतें चुनाव लड़ रही थीं, यह सबको पता है. लेकिन हमने दो महीने की मेहनत में सरकार को घुटनों पर ला दिया. उन्होंने कहा कि आगे और भी अच्छा करेंगे.
11 महीने के कार्यकाल पर मुहर : प्रदेश के वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जनकल्याणकारी नीतियों एवं सरकार के 11 माह के कार्यकाल पर राजस्थान की जनता की मुहर है. रामगढ़ की जनता ने साधारण कार्यकर्ता को स्वीकार किया है. सुखवंत सिंह रामगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगे. उन्होंने कहा कि 2018 से 23 तक रामगढ़ की विधायक ने जाति के आधार पर विकास के कार्य किए. वर्ग विशेष जहां उनका वोट था, वहां कार्य किया गया, जहां उनके वोट नहीं थे, वहां विकास कार्य नहीं कराए गए. अब अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव के मार्गदर्शन एवं सुखवंत सिंह के प्रयास से पूरे रामगढ़ क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराए जाएंगे.