जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बरकरार है. बजट सत्र के बीच कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत की ओर से सदन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दादी कहकर पुकारे जाने के बाद, कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर उग्र प्रदर्शन किया और विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास पहुंचने की कोशिश की. इस पूरे मामले में स्पीकर की ओर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा समेत 6 विधायकों को बजट सत्र के लिए निलंबित किया गया था. इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में ही धरना शुरू कर दिया और पूरी रात सदन में ही गुजारी. कांग्रेस विधायकों के धरने के बाद उनके रुकने के लिए बाहर से गद्दे मंगवाए गए और व्यवस्था की गई. कांग्रेस विधायकों ने रात्रि का भोजन सदन में ही किया. विधायक अनिल शर्मा के घर से इस दौरान डिनर के लिए खाना पहुंचा था.
बजट सत्र के लिए निलंबित कांग्रेस के 6 विधायक
- गोविंद सिंह डोटासरा
- रामकेश मीणा
- हाकम अली खान
- अमीन कागजी
- जाकिर हुसैन गैसाव
- संजय जाटव
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उल्टा चोर कोतवाल को डांटे - जूली : राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायकों का धरना अब भी जारी. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने देर रात अपने बयान में कहा कि सरकार खुद गतिरोध पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि सदन में हालात ऐसे हैं कि उल्टा चोर ही कोतवाल को डांट रहा है. जूली बोले कि इससे पहले भी स्पीकर के पास जाकर विपक्ष के विधायक अपनी बात रखते रहे हैं, अगर सदन में अध्यक्ष की कुर्सी के पास जाकर बात नहीं रखेंगे तो फिर कहां रखी जाएगी. टीकाराम जूली ने कहा कि खुद सरकार के मंत्री ने इंदिरा गांधी को लेकर टिप्पणी की और उसे शब्द को सदन की कार्यवाही से नहीं निकल गया और अब हमारी ही बात को मुद्दा बनाया जा रहा है.
देर रात हुई थी सुलह की कोशिश : कांग्रेस की ओर से रात को एक आधिकारिक वीडियो जारी किया गया था. जिसमें नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के साथ गतिरोध खत्म करने का प्रयास किया गया. इस वार्ता के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी कहा था कि विपक्ष ने सकारात्मक बात रखी है, लेकिन सरकार अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रही है. उन्होंने कहा था कि अब गेंद सरकार के पालै में है.
कांग्रेस जिला मुख्यालय पर करेगी प्रदर्शन : शुक्रवार रात 11:00 बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पार्टी ने विधानसभा के हालत को लेकर अपना स्टैंड साफ किया. जिसमें पीसीसी की ओर से कहा गया कि भाजपा सरकार के मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी का अपमान किया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा समेत 6 विधायकों का निलंबन हुआ. इस घटना के खिलाफ 22 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा.
रातभर विधानसभा में सोए कांग्रेस विधायक (फोटो ईटीवी भारत जयपुर) इसे भी पढ़ें: पूर्व मंत्री प्रताप सिंह बोले- सदन में हुआ आयरन लेडी का अपमान, सरकार नहीं राजस्थान में चल रहा है सर्कस
पायलट ने भी जताया विरोध : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक विधायक सचिन पायलट ने भी कांग्रेस विधायक के निलंबन पर विरोध जताया है. सचिन पायलट ने भी एक्स पर लिखा कि राज्य की भाजपा सरकार के मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी पर टिप्पणी की, जिसकी निंदा करते हुए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी सहित कांग्रेस के विधायकों ने आपत्ति जाहिर की. पायलट बोले कि इस मामले में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा सहित 6 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है. इससे स्पष्ट है कि भाजपा विधानसभा की कार्यवाही को चलने नहीं देना चाहती है और इस प्रकार की अनर्गल बयानबाजी लगातार की जा रही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भाजपा विधायक ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. शिवचरण माथुर जी पर भी अनर्गल बयानबाजी की थी. राज्य के विकास पर चर्चा नहीं की जा रही है, बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर टिप्पणी करके भाजपा अपना चेहरा जगजाहिर कर रही है. सचिन पायलट ने मांग की है कि भाजपा को सदन में मंत्री द्वारा दी गई टिप्पणी पर खेद प्रकट कर, कार्यवाही से निकालना चाहिए और कांग्रेस विधायकों का निलंबन समाप्त करना चाहिए.