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कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी ने लगाई सेंध, अब तक भरा ना जा सका किले की दीवार का छेद - Raipur constituency chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में रायपुर लोकसभा सीट सबसे हॉट सीट मानी जाती है.इस लोकसभा सीट का अस्तित्व सबसे पहले 1952 में आया. 1952 से लेकर 1984 तक इस सीट पर केवल कांग्रेस का ही दबदबा रहा.केवल 1977 में इंदिरा विरोधी लहर के कारण भारतीय लोकदल ने यहां चुनाव जीता था.लेकिन इसके बाद फिर कभी बीएलडी इस सीट पर चुनाव ना जीत सकी.

Raipur constituency chhattisgarh
रायपुर लोकसभा का इतिहास

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 22, 2024, 7:52 PM IST

Updated : Apr 29, 2024, 5:07 PM IST

रायपुर :रायपुर लोकसभा सीट वीआईपी सीट है. 1952 से 1971 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है.लेकिन 1989 के बाद से अब तक ये सीट बीजेपी के कब्जे में रही है.सिर्फ 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के विद्याचरण शुक्ल ने ये सीट जीती थी. लेकिन फिर इसके बाद कभी इस सीट पर बीजेपी के अलावा कोई दूसरा दल इस सीट को नहीं जीत पाया. 1996 से 2014 तक बीजेपी के रमेश बैस लगातार सांसद रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में सुनील कुमार सोनी ने जीत दर्ज की. 2024 में बीजेपी ने बृजमोहन अग्रवाल को यहां से बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया. वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर विकास उपाध्याय को टिकट दिया है. करीब तीन दशक से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.

रायपुर लोकसभा सीट का इतिहास
रायपुर लोकसभा सीट का इतिहास
मतदान का साल जीतने वाला प्रत्याशी पहला स्थान दूसरा स्थान तीसरा स्थान चौथा स्थान पांचवां स्थान कुल प्राप्त मत कुल वोटिंग प्रतिशत
2019 सुनील सोनी बीजेपी
837902
60.2
कांग्रेस
489664
35.18
बीएसपी
10597
0.76
एसएचएस
9690
0.7
निर्दलीय
6301
0.45
1391958 66.12
2014 रमेश बैस बीजेपी
654922
52.60
कांग्रेस
483276
38.82
आप
15139
1.22
बीएसपी
13147
1.06
निर्दलीय
12699
1.02
1245049 65.68
2009 रमेश बैस बीजेपी
364943
49.19
कांग्रेस
307042
41.39
बीएसपी
16853
2.27
निर्दलीय
8123
1.08
निर्दलीय
6208
0.84
741861 46.99
2004 रमेश बैस बीजेपी
376,029
54.54
कांग्रेस
246,510
35.75
बीएसपी
32,252
4.68
निर्दलीय
14,330
2.09
निर्दलीय
6,192
0.90
689517 50.33
1999 रमेश बैस बीजेपी
354736
53.67
कांग्रेस
274676
41.56
बीएसपी
19158
2.90
CSP
2782
0.42
गोंगपा
2081
0.31
660930 56.86
1998 रमेश बैस बीजेपी
344380
49.42
कांग्रेस
261001
37.46
बीएसपी
62173
8.92
गोंगपा
10132
1.45
निर्दलीय
3802
0.55
696819 63.12
1996 रमेश बैस बीजेपी
252990
45.56
कांग्रेस
202251
36.42
बीएसपी
45654
8.22
जनता दल
7460
1.34
निर्दलीय
4292
0.77
555339 51.68
1991 विद्याचरण शुक्ल कांग्रेस
188335
45.09
बीजेपी
187376
44.86
बीएसपी
18456
4.42
जनता दल
7156
1.71
निर्दलीय
2525
0.60
417672 46.61
1989 रमेश बैस बीजेपी
271599
53.90
कांग्रेस
187120
37.13
बीएसपी
17201
3.41
निर्दलीय
5542
1.10
निर्दलीय
4136
0.82
503926 58.65
1984 केयूर भूषण कांग्रेस
223192
58.32
बीजेपी
119151
31.13
निर्दलीय
6892
1.80
निर्दलीय
6773
1.77
एलकेडी
3545
0.93
382731 59.82
1980 केयूर भूषण कांग्रेस(I)
140566
46.57
निर्दलीय
74257
24.60
JNP
42866
14.20
निर्दलीय
6661
2.21
निर्दलीय
6160
2.04
301815 53.98
1977 पुरुषोत्तम कौशिक बीएलडी
186296
60.83
कांग्रेस
102684
33.53
निर्दलीय
17260
5.64
- - 306240 62.7
1971 विद्याचरण शुक्ल कांग्रेस
138333
59.49
बीजेएस
53429
22.98
निर्दलीय
11719
5.04
निर्दलीय
10364
4.46
निर्दलीय
5989
2.58
232524 44.07
1967 एल गुप्ता कांग्रेस
103863
37.45
जेएसी
79448
28.64
बीजेएस
50336
18.15
निर्दलीय
24711
8.91
निर्दलीय
19013
6.85
277371 54.9
1962 केेशर कुमारी देवी कांग्रेस
93807
39.28
जेएस
78416
32.84
पीएसपी
38936
16.31
एसओसी
27636
11.57
- 238795 55.55
1957 राजा बीरेंद्र बहादुर / रानी केशर कुमारी देवी कांग्रेस
192833
30.38
कांग्रेस
188665
29.73
पीएसपी
80378
12.66
बीजेएस
68570
10.80
बीजेएस
52236
8.23
634680 39.67

2019 में कैसा था वोटिंग समीकरण :2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार सोनी ने कांग्रेस के प्रमोद दुबे को हराया था. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के रमेश बैस ने कांग्रेस के सत्यनारायण शर्मा को शिकस्त दी थी. रायपुर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल आठ सीटें आती हैं. इन सीटों में बलौदा बाजार, भाटापारा, धरसीवा, रायपुर शहर ग्रामीण, रायपुर शहर पश्चिम, रायपुर शहर उत्तर, रायपुर शहर दक्षिण, आरंग और अभनपुर शामिल हैं.

रायपुर लोकसभा में विधानसभा की तस्वीर
बलौदाबाजार टंकराम वर्मा बीजेपी
भाटापारा इंद्र साव कांग्रेस
धरसींवा अनुज शर्मा बीजेपी
रायपुर पश्चिम राजेश मूणत बीजेपी
रायपुर उत्तर पुरंदर मिश्रा बीजेपी
रायपुर ग्रामीण मोतीलाल साहू बीजेपी
रायपुर दक्षिण बृजमोहन अग्रवाल बीजेपी
अभनपुर इंद्रकुमार साहू बीजेपी
आरंग गुरु खुशवंत साहेब बीजेपी

आईए अब आपको बताते हैं रायपुर लोकसभा के रोचक तथ्य के बारे में इस बार रायपुर लोकसभा में 50 हजार से ज्यादा नए मतदाता पहली बार लोकसभा के लिए मतदान करेंगे.साथ ही साथ थर्ड जेंडर्स मतदाता की संख्या भी 305 है.

रायपुर लोकसभा के रोचक तथ्य
कुल मतदान केंद्र 2383
शहरी मतदान केंद्र 1231
ग्रामीण मतदान केंद्र 1156
फर्स्ट टाइम वोटर 50483
50 साल से अधिक मतदाता 11420
दिव्यांग मतदाता 17281
सर्विस वोटर्स 640
थर्ड जेंडर मतदाता 305

2019 में बीजेपी ने जीती बाजी :2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार सोनी ने कांग्रेस के प्रमोद दुबे को 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से हराया था. सुनील कुमार सोनी को 8 लाख 37 हजार 902 वोट मिले थे. जबकि प्रमोद दुबे को 4 लाख 89 हजार 664 वोट मिले थे. 2019 में रायपुर लोकसभा सीट पर 68 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी.

2024 में कितने वोटर्स : रायपुर लोकसभा सीट पर करीब 23 लाख 63 हजार 691 वोटर्स हैं. इनमें से 11 लाख 81 हजार 135 पुरुष मतदाता हैं जबकि 11 लाख 82 हजार 251 महिला वोटर्स हैं. वहीं थर्ड जेंडर 305 मतदाता हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में 13 लाख 96 हजार 250 मतदाताओं ने मतदान किया था.

रायपुर लोकसभा में वोटर्स
पुरुष मतदाता 1181135
महिला मतदाता 1182251
थर्ड जेंडर 305
कुल मतदाता 2363691

रायपुर लोकसभा सीट के मुद्दे :रायपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां राष्ट्रीय के साथ स्थानीय मुद्दे हावी हैं. गांव और शहर की अपनी-अपनी मांग है. रायपुर में ज्यादातर इलाकों में चौड़ी सड़क, नाली, तालाब की साफ सफाई और सौंदर्यीकरण, भ्रष्टाचार मुक्ता प्रशासन, बेहतर लॉ एंड ऑर्डर जैसे मुद्दे छाए हुए हैं. बीजेपी जहां हर बार केंद्र की उपलब्धियां गिना रही है.वहीं कांग्रेस रायपुर की जनता को बताने की कोशिश कर रही है कि पिछले 10 साल में किस तरह से देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है.

रायपुर लोकसभा में बीजेपी का मुद्दा : रायपुर लोकसभा के लिए बीजेपी ने राममंदिर, धारा 370, तीन तलाक और महिलाओं की महतारी वंदन योजना का खूब प्रचार कर रही है.इसी के साथ बीजेपी ने हर मोर्चे पर ये बताने की कोशिश की है कि यदि अगली बार भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने तो बुजुर्गों को जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा हो चुकी है उन्हें 5 लाख तक का मुफ्त इलाज केंद्र सरकार देगी.इसी के साथ ही बेरोजगारी को दूर करने के लिए नई स्कीम के साथ उद्योग स्थापित किए जाएंगे. बीजेपी अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ कांग्रेस सरकार की खामी गिनाने से भी पीछे नहीं हट रही है.बीजेपी अपनी सभाओं में ये बताने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस ने पांच साल के शासन में छत्तीसगढ़ में सिर्फ भ्रष्टाचार किया है. युवाओं को सट्टा कारोबार में धकेला, अफसरों के साथ मिलकर कोयले की दलाली में हाथ काले किए.

कांग्रेस का मुद्दा न्याय पर आधारित :बीजेपी की तुलना में कांग्रेस ने 5 गारंटी के साथ 25 न्याय को पूरा करने का संकल्प लिया है.जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा 1 लाख रुपए हर साल गरीब महिलाओं को देने का है.इस योजना के सहारे कांग्रेस विधानसभा में हुए अपने नुकसान का भरपाई करना चाहती है.छत्तीसगढ़ में महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा है .इसलिए कांग्रेस ने अपनी घोषणाओं में महिलाओं को टारगेट किया है.साथ ही साथ हर साल नौकरी देने, जातिगत आरक्षण के साथ अग्निवीर जैसी भर्ती को बंद करके फिर से सेना में फुल टाइम वैकेंसी की बात कांग्रेस ने कही है.

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Last Updated : Apr 29, 2024, 5:07 PM IST

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