बलौदाबाजार : नए साल की शुरुआत के साथ ही छत्तीसगढ़ में सड़क हादसों का सिलसिला भी शुरू हो गया है. ताजा मामला बलौदाबाजार जिले के पलारी थाना क्षेत्र का है. जहां गोंडा पुलिया मोड़ पर एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है. एक तेल टैंकर और सड़क पर खड़े खराब ट्रेलर के बीच टक्कर होने की वजह से दो लोगों की जलकर मौत हो गई है. इस घटना से करीब 50 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है.
ट्रेलर से टकराया टैंकर, 2 जिंदा जले : यह हादसा बुधवार रात गोंडा पुलिया मोड़ पर करीब 9 बजे हुआ. तेल टैंकर मंदिर हसौद डिपो से जांजगीर चांपा की ओर जा रहा था. टैंकर में 20,000 लीटर ईंधन भरा हुआ था. गोंडा पुलिया मोड़ पर टैंकर अचानक एक खड़े हुए ट्रेलर से टकरा गया. ट्रेलर बिना किसी संकेतक के सड़क पर खड़ा था, जिसकी वजह से टैंकर को संभलने का नौका नहीं मिला और ट्रेलर से टक्कर हो गई. इस टक्कर के बाद टैंकर में भीषण आग लग गई, जिससे टैंकर ड्राइवर और हेल्पर की जलकर मौत हो गई.
शनिवार रात 9 से 10 के दौरान ग्राम कोदवा और कोरा के बीचगोंडा पुलिया मोड़ के पास हादसा हुआ है. यहां पर एक ट्रेलर रायपुर की तरफ से आ रही थी. जिससे एक फ्यूल टैंकर टकरा गई है, जिससे आग लग गया था. आग को दमकल और जिला प्रशासन के सहयोग से बुजाया गया. टैंकर में दो लोगों की मौत हुई है : निधि नाग, SDOP, बलौदाबाजार
केबिन में फंस गए थे ड्राइवर और हेल्पर : आग इतनी तेजी से फैला कि देखते ही देखते टैंकर और उसके अंदर मौजूद केबिन पूरी तरह से जलकर राख हो गए. टैंकर के केबिन में ड्राइवर और हेल्पर फंस गए थे और वे आग की लपटों में घिर गए. आग की वजह से दोनों बाहर नहीं निकल सके, जिससे छेदी पटेल और हेल्पर कान्हा वैष्णो की जलकर मौत हो गई. आग की विकरालता को देख कोई भी व्यक्ति टैंकर के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका. क्योंकि टैंकर में पेट्रोल डीजल भरा हुआ था और विस्फोट होने का खतरा था.
दमकल विभाग ने आग पर पाया काबू : इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और दमकल की टीमें घटनास्थल पर पहुंची. हालांकि, आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने में करीब तीन घंटे का वक्त लग गया. दमकल विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. जब आग बुझाई गई और टैंकर की जांच की गई, तब टैंकर के केबिन से दोनों मृतकों की हड्डियां बरामद हुईं.
50 लाख रुपये का अनुमानित नुकसान : इस भीषण हादसे में हुए नुकसान का अनुमान 50 लाख रुपये तक लगाया जा रहा है. इसमें टैंकर का नुकसान, पेट्रोल-डीजल का नुकसान और घटनास्थल पर हुई अन्य क्षति शामिल है. हादसे के बाद प्रशासन नुकसान का आंकलन कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.