शिमला: लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. मंजिल तक पहुंचने के लिए इंसान की राह में हजारों मुश्किलें आती हैं. कई बार सफलता हाथ लगती है तो कई बार कड़ी मेहनत के बाद भी बार बार असफलता हाथ लगती है, लेकिन इसके बाद भी असफलताओं से न घबराकर कुछ लोग मंजिल का पीछा नहीं छोड़ते हैं.
शिमला के चौपाल क्षेत्र के रहने वाले राहुल शर्मा ने बिना किसी कोचिंग के हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की है. हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग की ओर से सोमवार को हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का परिणाम घोषित किया है, जिसमें राहुल शर्मा ने छठा स्थान हासिल किया है. राहुल शर्मा अब तहसीलदार बनेंगे. राहुल शर्मा साधारण परिवार से संबंध रखते हैं. उनके माता पिता किसान हैं. इससे पहले राहुल शर्मा ने तीन बार परीक्षा दी थी, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली, लेकिन इसके बाद भी राहुल ने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में परीक्षा पास की. राहुल ने परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली. राहुल शिमला में परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाते थे. राहुल ने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया है.
राहुल ने कहा कि, 'चौथे प्रयास में मैंने एचएएस की परीक्षा पास की है. ये मुकाम हासिल करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. रात-दिन पढ़ाई करने के बाद मुझे सफलता मिली है. तीन बार परीक्षा में सफलता न मिलने से निराशा जरूर हुई, लेकिन हौंसला नहीं हारा और मेहनत जारी रखी और आज मुझे सफलता मिली है. इसका श्रेय मेरे माता पिता और दोस्तों को जाता है, जिन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया. दूसरे युवा जो परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें हार नहीं माननी चाहिए और अपने लक्ष्य को ध्यान में रखना चाहिए.'