रांची: 09 दिसंबर से 12 दिसंबर तक झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आहूत है. इस विशेष सत्र की रणनीति बनाने के लिए कांके स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्तारूढ़ दलों (झामुमो, कांग्रेस, राजद और भाकपा माले) के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई. मुख्यमंत्री और सदन के नेता के तौर पर हेमंत सोरेन ने इस बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर समेत सभी मंत्री शामिल हुए. इस बैठक में स्पीकर पद को लेकर भी निर्णय लिया गया.
बैठक के बाद रामगढ़ से कांग्रेस विधायक ममता देवी ने कहा कि सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक में निवर्तमान स्पीकर रबींद्रनाथ महतो को फिर से स्पीकर बनाने पर सहमति बनी. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2024 के बाद छठी विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई, इस बैठक में मुख्यमंत्री की ओर से कई निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि चार दिवसीय विशेष सत्र में तीन महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए जाएंगे. सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, दूसरा, राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर चर्चा होगी. राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सरकार द्वितीय अनुपूरक बजट लाएगी, उस पर भी चर्चा होगी. मुख्यमंत्री ने सभी को तैयारी के साथ सत्र में शामिल होने को कहा है. सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि हेमंत सोरेन सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा हो और विपक्ष की ओर से जो भी बातें रखी जाएं, उसका तर्कों के साथ जवाब दिया जाए.
खिजरी से कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने बैठक के बाद कहा कि कल 9 तारीख को विधानसभा सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह होगा. 10 तारीख को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 11 तारीख को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो पाने के सवाल पर विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि मैं फुटबॉल खेलना चाहता था, लेकिन अंतिम 11 में जगह नहीं मिली. उन्होंने कहा कि कभी-कभी ऐसा होता है कि अच्छा खेलने वाले लोग भी टीम में जगह नहीं बना पाते हैं. यह कप्तान पर निर्भर करता है कि वह अपनी टीम में किसे रखता है, उन्होंने कहा कि मुझे अपनी क्षमता को और बढ़ाना है.