सीएम आवास के आसपास बढ़ी हलचल की जानकारी देते ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह रांची: ईडी के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से दिल्ली में चल रही कार्रवाई को लेकर झारखंड पुलिस हाई अलर्ट पर है. जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय के द्वारा झारखंड के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है. इसके लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं
झामुमो के प्रभाव वाले जिलों में विशेष सतर्कता: पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रभाव वाले सभी जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत वहां के पुलिस कप्तान को दी गई है. खासकर संथाल में सबसे ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है.
जवानों को बुलाया गया वापस: जैसे ही पुलिस मुख्यालय को यह सूचना मिली कि दिल्ली में मुख्यमंत्री से ईडी के द्वारा पूछताछ की जा रही है तुरंत राजधानी रांची सहित हर जिले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाने लगे. सूचना यह भी है कि कई स्थानों से ट्रेनिंग कर रहे हैं जवानों को भी वापस ड्यूटी पर बुला लिया गया है.
भाजपा नेताओं के घरों की सुरक्षा बढ़ाई गई: वहीं सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को पुलिस मुख्यालय के द्वारा निर्देश दिया गया है कि वह सभी प्रमुख भाजपा नेताओं के घरों की सुरक्षा को लेकर भी सतर्कता बरते.
क्या है मामला: गौरतलब है कि 25 जनवरी को रांची जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा पूछताछ के लिए वक्त नहीं देने पर ईडी ने ई मेल के जरिए संदेश भेजा था. संदेश में ईडी ने सीएम पूछताछ के लिए 29 या 31 जनवरी का वक्त देने को कहा था ,ईडी ने अपने संदेश में यह भी लिखा था कि अगर सीएम 29 या 31 जनवरी का वक्त नहीं देंगे, तो एजेंसी के अधिकारी स्वयं उनके पास जाकर पूछताछ करेंगे.इससे पहले सीएम ने
25 जनवरी को ईडी को नौवें समन के जवाब में पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें ईडी का पत्र मिला है, लेकिन इस पत्र को लेकर वह बाद में जवाब देंगे.इससे पूर्व 22 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी को पत्र कि वह पूछताछ के लिए 27 से 31 जनवरी के बीच की कोई तारीख एजेंसी को बताएं. लेकिन सीएम ने अपने जवाबी पत्र में कोई तारीख नहीं दी थी.
20 जनवरी की पूछताछ अधूरी रह गई थी: इससे पहले रांची जमीन घोटाले में सीएम से 20 जनवरी को सात घंटे तक पूछताछ हुई थी ,लेकिन तब पूछताछ अधूरी रही थी, एजेंसी ने सीएम को उसी दिन बताया था कि उन्हें पूछताछ के लिए एक दिन का वक्त चाहिए, लेकिन तब सीएम ने अपनी सरकारी कार्यक्रम को लेकर समय देने से इनकार कर दिया था.