रामगढ़ः कोलकाता डॉक्टर हत्याकांड के विरोध में रामगढ़ के डॉक्टरों और मेडिकल लाइन से जुड़े लोगों ने भी प्रदर्शन किया. इस मौके पर डॉक्टरों ने थाना चौक से लेकर सुभाष चौक तक रैली निकाली. उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा फास्ट ट्रैक कोर्ट चलाकर दिलाने और महिला डॉक्टरों के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने की बात कही.
रामगढ़ में निकाली गई इस विरोध मार्च में ओपीडी, लैब और डायग्नोसिस सेंटर समेत बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्स, पैथोलॉजी के साथ-साथ आम लोग भी शामिल हुए. उन्होंने जमकर नारेबाजी की. इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी और उन्हें खुले तौर पर कड़ी से कड़ी सजा सबके सामने देने की मांग की. महिला चिकित्सक अनुपम सिंह ने कहा कि जिस तरह की हैवानियत हैवानों ने की है, वह काफी जघन्य है. बर्बरता पूर्वक हत्या की गई है, उसकी कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं. उसी के विरोध में यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
साथ ही सरकार से यह भी मांग है कि जो महिला चिकित्सक हैं, उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए. अस्पतालों को सेफ जोन बनाया जाए. अस्पतालों में जो सेंसेटिव जगह है या फिर अस्पताल में आने जाने वाले रास्तों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाए. उनकी निगरानी लगातार की जाए. छात्रा के साथ जिस तरह का कुकृत्य हुआ है, वह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. इस तरह के जो भी अपराधी हैं, उन्हें फास्ट ट्रैक में कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी विकृत मानसिकता वाले लोग इस तरह की वारदात को अंजाम न दे सके.
झासा के प्रदेश महासचिव डॉक्टर ठाकुर मृत्युंजय कहा कि कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या पर यह प्रोटेस्ट रैली निकाली गई है. दरिंदगी की घटना के 10 दिन बीतने को हैं, लेकिन अब तक सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उन पर कड़ी कार्रवाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. इसी को लेकर पूरा रामगढ़ दरिंदगी के खिलाफ सड़क पर उतरा है. वैसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहा है. साथ ही साथ डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर भी मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए. महिला डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए ठोस पुख्ता कदम उठाए जाने चाहिए.