जयपुर: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बढ़ रहे अत्याचार और इस्लामिक कट्टरपंथ के विस्तार के विरोध में रविवार को जयपुर में सैकड़ों सनातन धर्म अनुयायियों ने विरोध यात्रा निकाली. यहां गुप्त वृंदावन धाम से हरि नाम संकीर्तन शुरू करते हुए बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा की अपील की गई.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस क्रम में रविवार को भारत सहित 150 देश के हजारों मंदिरों में हरिनाम संकीर्तन किया गया. हरे कृष्ण मूवमेंट के प्रवक्ता सिद्ध स्वरूप दास ने बताया कि जयपुर में भी गुप्त वृन्दावन धाम में पूरे शहर से सैकड़ों भक्त एकजुट हुए और हरिनाम संकीर्तन के जरिए बांग्लादेश में शान्ति और सद्भाव की अपील की.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में निकाली रैली (ETV Bharat Jaipur) पढ़ें:बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ जयपुर में विरोध प्रदर्शन, हरे कृष्ण मूवमेंट निकालेगा संकीर्तन
भक्तों ने बांग्लादेश में सनातन धर्म अनुयायियों की सुरक्षा और भलाई के लिए विरोध यात्रा में भी भाग लिया. उन्होंने बताया कि ये यात्रा गुप्त वृन्दावन धाम से शुरू होकर अक्षय पात्र सर्किल, कृष्ण बलराम मार्ग और हरे कृष्ण मार्ग होते हुए वृंदावन गार्डन पहुंची. पूरे मार्ग में भक्तों ने हरिनाम संकीर्तन किया और हिंदुओं की सुरक्षा के लिए नारे लगाए. वहीं गुप्त वृन्दावन धाम के उपाध्यक्ष अनंत शेष दास ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य पूरे विश्व को हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से शांति और सुरक्षा का संदेश देना था. इसके साथ ही हरिनाम संकीर्तन के जरिए बांग्लादेश और भारत सरकार से अपील की गई कि वे मिलकर शांति व्यवस्था स्थापित करें और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के स्थाई सुरक्षा और सद्भाव की गारंटी दें.
कोटा के मंदिरों के बाहर हस्ताक्षर अभियान शुरू (ETV Bharat Kota) पढ़ें:गहलोत बोले- बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करे केंद्र सरकार, चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी निंदनीय
आपको बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा और इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद दो और हिंदू पुजारी को गिरफ्तार किया गया है. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी चिन्मय कृष्ण दास की तत्काल रिहाई की मांग की है. संघ ने भारत सरकार से आह्वान किया है कि वो बांग्लादेश में हिंदू और अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के प्रयासों को जारी रखें.
कोटा के मंदिरों के बाहर हस्ताक्षर अभियान शुरू, घर घर जाकर करेंगे जागरूक : बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और वहां के महंतों के साथ मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं. इस मामले का विरोध देश भर में कई जगह हो रहा है. अब कोटा में भी इसका विरोध शुरू हो गया है. कोटा के सबसे बड़े मथुराधीश टेंपल के बाहर बैनर पर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है. इसके साथ ही कैथूनीपोल चौराहे के पर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर पर भी इस तरह का हस्ताक्षर अभियान किया गया.
पूर्व पार्षद महेश गौतम लल्ली की अगुवाई में शुरू हुए इस सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आकर हस्ताक्षर किए हैं. मंदिर प्रदर्शन आने वाले लोगों को बांग्लादेश में हो रही हिंसा के संबंध में जानकारी दी जा रही है. इन लोगों को जागरूक कर सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए भी अपनी बात को आगे पहुंचाने के लिए समझाया जा रहा है, ताकि इस मुद्दे को वैश्विक स्तर पर ले जाकर बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा करवाई जा सके.
महेश गौतम लल्ली, पूर्व पार्षद (ETV Bharat Kota) महेश गौतम लल्ली ने बताया कि मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं ने आज इसका विरोध प्रदर्शन किया व हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है. जिसमें मंदिर में दर्शन करने आने वाले लोगों के हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं. हमनें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मंदिर जलाए जाने का विरोध है. एक बड़े बैनर पर हमने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को भी यह भेजा जाएगा.
इस आयोजन में शामिल तेजकरण अंची का कहना है कि हम यही नहीं रुकने वाले हैं मथुराधीश मंदिर के आसपास रेतवाली, पाटनपोल, कैथूनीपोल, टिपटा, सराय का स्थान सहित कई जगह पर जाकर लोगों के भी हस्ताक्षर करेंगे. वहां लोगों को जागरूक कर उन्हें भी बांग्लादेश के हिंदुओं के समर्थन में खड़े होने की अपील करेंगे.