जोधपुर :शहर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का गुरुवार को शिक्षकों ने विरोध किया. सर्किट हाउस के बाहर एकत्र हुए शिक्षकों ने मंत्री के महिला शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान पर नाराजगी जाहिर की और जमकर नारेबाजी की. हालांकि, मौके पर पुलिस बल की तैनाती की वजह से नारेबाजी कर रहे शिक्षक सर्किट हाउस में प्रवेश नहीं कर सके. वहीं, रात 8 बजे मंत्री दिलावर जयपुर के लिए रवाना हो गए. इधर, मंत्री के रवाना होने तक पुलिस ने शिक्षक नेता शंभूसिंह मेड़तिया को उनके कार्यालय में रोके रखा.
इस दौरान महिला शिक्षक सर्किट हाउस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मिलने की जिद्द पर अड़ गई. सर्किट हाउस पर तैनात पुलिसकर्मियों ने महिला शिक्षक को गेट पर ही रोक दिया. नाराज शिक्षिकाओं ने गेट पर खड़े होकर चूड़ियां उछाली और मंत्री के बयान के विरोध में जमकर नारेबाजी की. उसके बाद उदयमंदिर थाना पुलिस प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को थाने लेकर गई और मंत्री के जाने तक सभी को पाबंद कर छोड़ दिया.
शिक्षा मंत्री के बयान का विरोध (ETV BHARAT JODHPUR) इसे भी पढ़ें -'मैंने अर्धनग्न शब्द काम में नहीं लिया, भाव सिर्फ इतना कि बच्चों के लिए आदर्श बनें शिक्षक' : मदन दिलावर
शिक्षक नेता शंभूसिंह मेड़तिया ने बताया कि मंत्री के बयान को लेकर महिला शिक्षकों में नाराजगी है. मंत्री के जोधपुर आने पर रातानाड़ा थाना अधिकारी प्रदीप डांगा उनके कार्यालय में आकर बैठ गए. उन्हें करीब दो घंटे तक कार्यालय से बाहर नहीं जाने दिया. मंत्री के जाने के बाद उन्हें बाहर जाने दिया, जबकि सर्किट हाउस में प्रदर्शन कर रहे अन्य शिक्षकों को पुलिस उदयमंदिर थाने ले गई, जिन्हें बाद में पाबंद कर छोड़ दिया गया.
उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने हाल ही में शिक्षकों के आचरण को लेकर बयान दिया था, जिसमें खास तौर से उन्होंने महिला शिक्षकों के पहनावे को लेकर टिप्पणी की थी. इसी के चलते दिलावर विपक्ष और शिक्षकों के निशाने पर हैं.
मेड़तिया को किया जा चुका है निलंबित : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के जोधपुर दौरे से पहले ही शंभूसिंह मेड़तिया को शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया था. शंभूसिंह मेड़तिया शिक्षा मंत्री का लगातार विरोध करते रहे हैं. कार्यशैली को लेकर भी सवाल उठाए. शिक्षक दिवस पर भी राज्य स्तरीय सम्मान की सूची में मेड़तिया का नाम घोषित होने के बाद भी हटा दिया गया था. उसके बाद निलंबन के आदेश जारी किए गए थे.