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16 करोड़ का घर, 15 करोड़ का स्कूल, 75 लाख का आभूषण; विजिलेंस टीम को नोएडा अथॉरिटी के पूर्व OSD रविंद्र सिंह यादव के यहां मिली अकूत संपत्ति - VIGILANCE RAID IN NOIDA ETAWAH

नोएडा अथॉरिटी के दागी अफसर के ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी में मिली 32 करोड़ से अधिक की संपत्ति

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नोएडा अथॉरिटी के पूर्व ओएसडी रविंद्र सिंह यादव का घर (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 6 hours ago

इटावा: उत्तर प्रदेश में काली कलाई के एक और धन कुबेर मिले हैं. इटावा जिले के परसौआ गांव के मूल निवासी नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन ओएसडी रविंद्र सिंह यादव के घर और ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने 12 घंटे तक छापेमारी की है. रविन्द्र यादव का नोएडा के सेक्टर-47 में 3 मंजिला आवास है. जिसकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपये बताई जा रही है. आय से अधिक संपत्ति से इस मकान को बनाया गया है. इसके साथ ही लाखों के जेवरात और कैश मिले हैं.

बता दें कि शनिवार को निलंबित चल रहे ओएसडी रविन्द्र सिंह यादव के नोएडा के सेक्टर-47 स्थित मकान में छापेमारी की गई. इसके साथ ही इटावा के हाईवे स्थित मलाजनी जसवंतनगर में उनके बेटे के नाम पर चल रहे स्कूल में भी दबिश दी गई. विजिलेंस टीम ने छापेमारी के दौरान दोनों जगहों पर घंटों तक गहन छानबीन की.

विजिलेंस टीम को छापेमारे के दौरान पता चला कि रविंद्र सिंह यादव का नोएडा के सेक्टर-47 स्थित आवास 3 मंजिला है. इसकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपये है. जो कि आय से अधिक संपत्ति से बनाया गया है. इसके अलावा जसवंतनगर इटावा में बेटे के नाम स्कूल होने की जानकारी मिली है. स्कूल जिस जमीन पर बना है उसकी कीमत लगभग 15 करोड़ रुपये है. वर्तमान में रविंद्र सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच चल रही है.

नोएडा अथॉरिटी में अपने पद का दुरूपयोग करते हुए रविंद्र सिंह यादव पर अवैध संपत्ति अर्जित की और वित्तीय अनियमितताओं में शामिल होने के आरोप लगा जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. हालांकि, इन आरोपों को यादव ने पहले ही खारिज करते हुए अपने को निर्दोष बताया था. रविन्द्र का कहना है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. वहीं विजिलेंस टीम को छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लेनदेन के रजिस्टर, संपत्ति से सम्बन्धित कागजात और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण जब्त किए. जब्त किए गये दस्तावेजों और अन्य सबूतों की गहराई से पड़ताल करेगी. विजिलेंस की जांच पूरी होने के बाद रविन्द्र यादव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया जायेगा.

एएसपी विजिलेंस इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि टीम की छापेमारी के दौरान रविंद्र सिंह यादव के घर से करीब 70 से 75 लाख के आभूषण मिले हैं. जिनके दस्तावेज उनके घर वाले पेश नहीं कर सके हैं. जो आय से अधिक संपत्ति आरोपी की ओर से अर्जित की गई थी उसी से ये आभूषण बनवाए गए हैं. इसके अलावा घर में 40 लाख रुपए के अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान भी मिले हैं.

इटावा के जसवंतनगर में चल रहा रविंद्र सिंह यादव के बेटे के नाम का स्कूल लग्जरी सुविधाओं से लैस है. यहां पर विजिलेंस टीम को जांच के दौरान लगभग 2 करोड़ के फर्नीचर मिले हैं और एक करोड़ की लागत से खरीदी गई 10 अलग-अलग बस मिली हैं. टीम के छापेमारी के दौरान नोएडा के सेक्टर-47 स्थित आवास से पासपोर्ट भी मिला है. जिससे ये पता करने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी ने कितनी बार विदेश यात्रा की है. इसके अलावा बैंक खातों की भी जानकारी मिली है. उसकी भी जांच विजिलेंस टीम कर रही है.

बता दें कि 13 फरवरी 2023 को यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन ओएसडी रविंद्र सिंह यादव को आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित कर दिया था. नंदी की कार्रवाई के बाद अब विजिलेंस जांच में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं. शनिवार को विजिलेंस टीम ने उनके नोएडा स्थित आवास और इटावा के स्कूल पर छापेमारी की, जहां बड़ी मात्रा में दस्तावेज और साक्ष्य जब्त किए गए.

विजिलेंस रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी 2005 से 31 दिसंबर 2018 के बीच रविन्द्र यादव ने 94,49,888 रुपये की वैध आय अर्जित की, लेकिन इसी अवधि में यादव ने 2,44,38,547 रुपये का खर्च दिखाया. इसका मतलब है कि उन्होंने 1,49,88,959 रुपये अतिरिक्त खर्च किए. जिसके स्रोत का कोई वैध विवरण नहीं दिया गया. इसके अलावा विजिलेंस के जांच में पाया गया कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है.उनके खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं और संपत्ति अर्जित करने में भ्रष्टाचार का आरोप पहले ही लग चुका है.


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