दुमकाःसिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा को विश्वविद्यालय का लोकपाल नियुक्त किया गया है. इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिमल प्रसाद सिंह के निर्देश पर कुलसचिव डॉ. विनय कुमार सिन्हा ने अधिसूचना जारी कर दी है. जारी अधिसूचना के अनुसार प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा को अधिकतम 3 वर्ष या 70 वर्ष का आयु पूरा करने तक के लिए विश्वविद्यालय का लोकपाल नियुक्त किया गया है. हम आपको बता दें कि प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा एसकेएमयू के कुलपति रह चुके हैं और रांची विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं. यह जानकारी एसकेएम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक कुमार दास ने दी है.
छात्रों की समस्या, शोषण, उत्पीड़न संबंधित मामलों की करेंगे सुनवाई
दरअसल, दुमका स्थित एसकेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति रह चुके प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा को अब विश्वविद्यालय का लोकपाल नियुक्त किया गया है. उक्त नियुक्ति के लिए विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति प्रो. बिमल प्रसाद सिंह द्वारा यूजीसी और राजभवन से प्राप्त पत्र के आलोक में विज्ञापन निकाला गया था. जिसमें ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 08 फरवरी निर्धारित की गई थी. ज्ञात हो यूजीसी की छात्र शिकायत निवारण अधिनियम 2023 के अनुसार सभी विश्वविद्यालयों को एक ऐसे व्यक्ति को लोकपाल नियुक्त करना था जो सेवानिवृत्त कुलपति, सेवानिवृत्त प्रोफेसर या पूर्व जिला न्यायाधीश रहे हों. यूजीसी के छात्र शिकायत निवारण अधिनियम 2023 के अनुसार विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के छात्रों की समस्याओं, उत्पीड़न और शोषण की सुनवाई लोकपाल करेंगे.
लोकपाल 30 दिनों के भीतर करेंगे शिकायतों का निवारण
लोकपाल नामांकन, कोर्स, परीक्षा के संचालन में अथवा मूल्यांकन की प्रक्रिया में गड़बड़ी के मुद्दों सहित अन्य मामलों पर छात्रों की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करेंगे. लोकपाल कथित रूप से किए गए भेदभाव की शिकायतों की सुनवाई करने के लिए न्याय मित्र के रूप में किसी भी व्यक्ति की सहायता प्राप्त कर सकते हैं. लोकपाल पीड़ित छात्र से अपील प्राप्त होने के 30 दिनों के भीतर शिकायतों का समाधान करने का प्रयास करेंगे.
एसकेएमयू शिकायत निवारण के लिए तैयार करेगा ऑनलाइन पोर्टल