खूंटीःदो मासूम बेटों की बेरहमी से हत्या करने के आरोप में खूंटी जेल में बंद 42 वर्षीय गूंगा बोदरा ने खुदकुशी कर ली है. घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है. आरोपी जेल के सेल में था और सुबह 09:30 बजे के करीब आत्महत्या कर ली.
सूचना पर पहुंचे पदाधिकारी, जांच के लिए बनाई गई कमेटीःखूंटी उपकारा के प्रभारी जेल अधीक्षक विजयनाथ मिश्रा ने कैदी के आत्महत्या करने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि जेल में कैदी द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलने के बाद एसडीओ, जेल अधीक्षक और मजिस्ट्रेट जेल पहुंचे और जांच के बाद शव को सदर अस्पताल भेज दिया है. जहां मजिस्ट्रेट अनुराधा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय मेडिकल टीम बनाई गई है. वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
एक दिसंबर 2023 को आरोपी को भेजा गया था जेलः जानकारी के अनुसार मुरहू पुलिस ने केस संख्या 14/23 में गूंगा बोदरा को एक दिसंबर 2023 को जेल भेजा था. मुरहू थाना क्षेत्र के रुमुजुई गांव निवासी मृतक गूंगा बोदरा पर अपने ही दो मासूम बच्चों की हत्या का आरोप था. जिसमें आठ वर्षीय अजित बोदरा और छह वर्षीय सुशील बोदरा शामिल थे. दोनों मासूमों को आरोपी ने कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी.
31 मार्च 2023 को हुई थी घटनाः बताते चलें कि 31 मार्च को जिले के मुरहू थाना क्षेत्र की रुमुतकेल पंचायत के रूमजुई गांव में पिता ने अपने दो बच्चों पर जानलनेवा हमला कर दिया था. उस हमले से एक आठ साल के अजीत बोदरा की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि चार साल का दूसरा बेटा शीतल बोदरा गंभीर रूप से घायल हुआ था. उसे इलाज के लिए रिम्स भेजा गया था. जहां इलाज के दौरान शीतल की भी मौत हो गई थी. घटना के बाद आरोपी पिता ने भी आत्महत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन सूचना पर तत्काल पुलिस पहुंच गई और आरोपी पिता को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया. पुलिस अभिरक्षा में आरोपी का इलाज सदर अस्पताल में किया गया था. उसके बाद उसे रिनपास भेज दिया गया था.
नौ माह तक आरोपी का रिनपास में चला था इलाजःलगभग नौ महीने रिनपास में रहने के बाद डॉक्टरों ने उसे स्वस्थ बताया. उसके बाद 1 दिसंबर को मुरहू पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था. आरोपी पिता दिमागी रूप से बीमार था. जेल में लगभग 10 माह बाद उसने आत्महत्या कर ली.