जयपुर.राजस्थान में पिछले कुछ समय से खेल संघों में हो रहे विवाद का नुकसान खिलाड़ियों को उठाना पड़ रहा है. हालात यह है कि कई खेल संघों में 2 या उससे अधिक एसोसिएशन काम कर रही हैं, जिसके बाद खेल परिषद ने राजस्थान में इन खेल संघों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. राज्य में आगामी दो महीने में नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड 2011 लागू करने की बात कही गई है. मौजूदा स्थिति यह है कि राज्य में तकरीबन 40 से ज्यादा खेल संघ बने हुए हैं और पिछले कुछ सालों से कुछ प्रभावशाली व्यक्ति ही इन खेल संघों को चला रहे हैं.
माना जा रहा है कि नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड लागू होने के बाद खेल संघों पर कब्जा जमाकर बैठे इन पदाधिकारियों की छुट्टी होना तय है. मामले को लेकर खेल सचिव सोहन राम चौधरी का कहना है कि नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड को लागू करने का मुख्य मकसद यह है कि खेल संघों के जो चुनाव होते हैं, उसमें पारदर्शिता आ सके. ताकि खेल परिषद को पता रहे कि किस तरह के टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे हैं और कौन-कौन से खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. स्पोर्ट्स कोड लागू होने के बाद 70 साल से अधिक का व्यक्ति खेल संघों में शामिल नहीं हो सकेगा और कोई भी पदाधिकारी दो बार से अधिक खेल संघ के किसी भी पद पर चुनाव नहीं लड़ सकेगा.