जयपुर: यूट्यूब स्टार और अभिनेत्री प्राजक्ता कोली ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी किताब Too Good to Be True की लॉन्चिंग की. एक सवाल के जवाब में यूट्यूबर प्राजक्ता कोली ने बताया कि वे बचपन से लिखने की शौकीन रही हैं. लेकिन पहले जब भी उन्होंने कुछ लिखा, तो उनके माता-पिता को ही दिखाया करती थी. उन्होंने कहा कि लिखने में उनकी दिलचस्पी शुरुआत से ही थी, लेकिन किताब को लिखना उनके लिए चुनौती भरा टास्क रहा. प्राजक्ता ने बताया कि उनकी नानी हिण्डौन से है, लिहाजा वह बचपन से ही जयपुर आती रही हैं. लिहाजा उनके लिए जयपुर हमेशा से ही खास रहा है. यूट्यूबर से लेखिका बनी प्राजक्ता कोली ने अपनी किताब चर्चा के दौरान आयोजित सत्र में दर्शकों से भी संवाद किया. इस सत्र में उन्होंने अपनी लेखन यात्रा, डिजिटल क्रिएशन और कहानी कहने की कला पर चर्चा की.
सोशल मीडिया से साहित्य तक का सफर: प्राजक्ता ने बताया कि कैसे सोशल मीडिया ने उनके करियर को मुकाम दिया और कैसे कहानियां कहने के उनके तरीके को प्रभावित किया. प्राजक्ता ने कहा कि मौजूदा वक्त में कहानी अब किताब तक सीमित नहीं है. बल्कि सोशल मीडिया के साथ ही ऑडियो और वीडियो माध्यम इनका दायरा बढ़ा रहे हैं. अपनी किताब के किरदार से जुड़े सवाल पर प्राजक्ता का कहना था कि हर लेखक के किरदार में खुद की झलक होती है, इसके बावजूद उन्होंने इसे नयापन देने की कोशिश की है. अपनी पहली शॉर्ट फिल्म 'ख्याली पुलाव' के बारे में बात करते हुए प्राजक्ता ने बताया कि वे अपने दर्शकों के भरोसे ही सब कुछ करती हैं और उन्हें उनका साथ मिलता है.