रांची: झारखंड कांग्रेस विधानसभा के उपनेता प्रदीप यादव और कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान राज्य में जातीय जनगणना कराने के निर्णय पर कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर चंपाई सरकार को धन्यवाद दिया. जातीय जनगणना को लेकर प्रदीप यादव ने कहा कि चंपाई सरकार के इस फैसले से उन सभी वर्गों के विकास के नए द्वार खुलेंगे जिन्हें अभी तक उनकी भागीदारी के अनुरूप हिस्सा नहीं मिल पाया है.
प्रदीप यादव ने प्रस्ताव पारित होने पर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, कैबिनेट के सदस्यों सहित कांग्रेस एवं गठबंधन में शामिल सभी दलों को धन्यवाद दिया. उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी धन्यवाद दिया कि राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया और आज उन्हीं के नतीजे से हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं. प्रदीप यादव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर लगातार इसे लेकर सरकार से बात कर रहे थे.
पिछड़ा-दलित का विरोधी चेहरा है भाजपा: उपनेता
कांग्रेस का मानना है कि सरकार के इस फैसले से राज्य के दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, वंचित लोग और अल्पसंख्यक राज्य के विकास में भागीदार बनेंगे. साथ ही पिछले 20 वर्षों से जिस तरह से भाजपा ने एक साजिश के तहत एक बड़े वर्ग को उनके अधिकारों से वंचित रखा था, वह अब खत्म होगा. कांग्रेस और राहुल गांधी चाहते हैं कि पूरे देश में जातीय जनगणना हो, जिसकी लड़ाई आज भी जारी है. झारखंड सरकार का यह निर्णय इस संघर्ष को और ताकत देगा और यहां से देशभर में यह संदेश जाएगा कि कांग्रेस की सरकार या गठबंधन की सरकार इस मुद्दे पर पूरी तरह से गंभीर है.
प्रदीप यादव ने कहा कि जिस तरह से 7 जिलों में ओबीसी आरक्षण शून्य है, जातीय जनगणना लागू होने से ऐसे जिलों में ओबीसी की भागीदारी बढ़ाई जा सकेगी. जनगणना केंद्र सरकार का काम है लेकिन केंद्र द्वारा नहीं कराए जाने की स्थिति में राज्य सरकार ने रास्ता खोजा और कार्मिक विभाग को इसका जिम्मा सौंपा. इस बीच प्रदीप यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बीजेपी सच में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का विकास चाहती है तो उन्हें तुरंत पूरे देश में जातीय जनगणना कराने की घोषणा करनी चाहिए. आज देश की जनता भाजपा के पिछड़ा-दलित विरोधी चेहरे को पहचान चुकी है।