बाड़मेर.राजस्थान में लोकसभा चुनाव के चलते कई बड़े सियासी उठापटक हो रहे हैं. कांग्रेस के दिग्गज हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग कर रही प्रभा चौधरी टिकट न मिलने से खफा हो गई हैं. प्रभा ने कांग्रेस को गुडबाय बोलकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रभा चौधरी को भाजपा का दुपट्टा पहना कर पार्टी में शामिल किया. इस दौरान प्रभा चौधरी के परिवार के कई सदस्यों ने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा को जॉइन किया.
2011 -12 में निर्दलीय यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रही प्रभा चौधरी का नाम विधानसभा चुनाव 2023 के बाद से ही चर्चाओं में है. क्योंकि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रभा चौधरी ने बायतु से दावेदारी पेश करते हुए कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग की थी लेकिन पार्टी ने फिर से हरीश चौधरी को ही टिकट दिया. इसके बाद से प्रभा चौधरी लगातार सक्रिय है और बाड़मेर-जैसलमेर से लोकसभा की दावेदारी करते हुए पार्टी से फिर टिकट की मांग कर रही थी. प्रभा चौधरी को लगा रहा था कि विधानसभा चुनाव में ना सही लेकिन इस लोकसभा चुनाव में महिला उम्मीदवार के तौर पर उन्हें मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नही हुआ. आरएलपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इस बात से प्रभा चौधरी का पार्टी से मोह भंग हो गया. प्रभा चौधरी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधिवक्ता करनाराम चौधरी, रमेश चौधरी , सिद्धार्थ चौधरी समेत इनके परिवार के कई सदस्य कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए.