फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद के कायमगंज इलाके के भगौतीपुर में दो दलित युवतियों के शव आम के बाग में मिलने से इलाके में सनसनी फैली हुई है. दोनों युवतियां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर आयोजित कार्यक्रम देखने गई थीं.
एक युवती के पिता का आरोप है कि दोनों बेटियों की हत्या कर शवों को पेड़ से लटकाया गया है. जबकी सीएमओ का कहना है कि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं.
वहीं इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा व राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉम एक्स पर लिखकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए योगी सरकार पर हमला बोला है.
प्रिंयका बोलीं, प्रशासन का रवैया खड़े कर रहा सवाल: प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा कि, 'इतनी भयावह घटना के बाद एक पिता को ये सवाल क्यों उठाने पड़ रहे हैं? क्या एक पीड़ित पिता का ये भी हक नहीं कि उसे अपनी बेटी के साथ हुए सुलूक का सच पता चल सके? आखिर प्रशासन बच्चियों के शवों को जलाने की जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है? फर्रुखाबाद में दो दलित लड़कियों के साथ घटी घटना पर प्रशासन का रवैया कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद - सब जगह वही क्रूर कहानी दोहराई जाती है. तो क्या अब दलित, पिछड़े, वंचित, गरीब, महिलाएं, या जो भी कमजोर हैं, वे न्याय की आशा छोड़ दें?'
अखिलेश ने लिखा-भाजपा सरकार की चुप्पी विचलित कर रही:अखिलेश यादव ने लिखा है कि, 'फर्रुखाबाद में दो बालिकाओं की मौत के मामले में भाजपा सरकार की चुप्पी विचलित करने वाली है. शायद इसकी दोहरी वजह है, एक तो भाजपा का स्त्री विरोधी कुविचार और रवैया और दूसरा उनका दलित होना. समाजवादी पार्टी इस संदर्भ में एक प्रतिनिधिमंडल भेजकर सांत्वना के साथ-साथ इंसाफ के लिए आवाज उठाएगी. भाजपा सरकार से जनता को कोई भी उम्मीद शेष नहीं बची है. भाजपा जब भी महिलाओं के मुद्दे उठाती है तो उसके पीछे केवल और केवल राजनीतिक फायदा होता है. इसीलिए वो विपक्ष शासित राज्यों में आवाज़ उठाती है लेकिन भाजपा शासित राज्यों में महिला-अपराधों के मामले में मुंह, आंख, कान और नैतिकता के सभी दरवाजे बंद करके बैठ जाती है'.