रांचीः त्योहार एक ऐसा मौका होता है जब लोग एक-दूसरे से मिलते हैं. इस मुलाकात के दौरान सामाजिक और पारिवारिक बातों के साथ-साथ सियासत भी होती है. शायद यही वजह है कि इन अवसरों पर विभिन्न दलों के राजनेताओं की भी सक्रियता दिखती है. इस क्रम में दुर्गोत्सव में भी विभिन्न पूजा समितियों में जगह बनाकर ये राजनेता अपनी उपस्थिति जनता के बीच बनाकर रखना चाहते हैं.
सीएम से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तक पूजा समिति में शामिल
राजधानी रांची में इस साल भी जगह-जगह पूजा पंडाल बनाए गए हैं, जहां मां दुर्गा की आराधना की जा रही है. इन पूजा समितियों में बतौर संरक्षक मुख्यमंत्री से लेकर देश के केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री तक के हैं. इतना ही नहीं पूजा समितियों के संरक्षक बने राजनेताओं की संख्या एक दर्जन से अधिक है. इन राजनेताओं में सीएम हेमंत सोरेन, सांसद संजय सेठ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक सीपी सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय आदि शामिल हैं, जो प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से पूजा समिति से जुड़े हुए हैं.
रांची की इन पूजा समितियों के ये हैं मुख्य संरक्षक
- पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति हरमू, मुख्य संरक्षक सीएम हेमंत सोरेन
- श्रीरामलला पूजा समिति धुर्वा, मुख्य संरक्षक केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ
- महानगर दुर्गा पूजा समिति कचहरी चौक, मुख्य संरक्षक पूर्व केंद्रीय मंत्री मंत्री सुबोधकांत सहाय
- चन्द्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति अलबर्ट एक्का चौक, मुख्य संरक्षक रमेश सिंह
- यूथ क्लब पूजा समिति महावीर चौक, मुख्य संरक्षक विधायक सीपी सिंह
- दुर्गा पूजा समिति बड़ा तालाब, मुख्य संरक्षक राजीव रंजन मिश्रा
पूजा समिति के माध्यम से जारी है सियासत
राजनेताओं के द्वारा निश्चित रूप से दुर्गा पूजा के दौरान सियासत भी होती है और जनता के बीच पकड़ भी मजबूत बनाने की कोशिश होती है. हालांकि इस संबंध में जेएमएम प्रवक्ता और हरमू पंचमंदिर पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज पांडे कहते हैं कि देवी-देवता के प्रति आस्था होना बुरा नहीं है.
दुर्गा पूजा से सीएम की गहरी आस्था