रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के समय में राजनीतिक दलों के नेता अपने विरोधियों पर वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. यही वजह है कि विजयादशमी के त्योहार के समापन के बाद ही राज्य की राजनीति में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की स्थिति पर राजनीतिक वार-पलटवार शुरू हो गया है.
राज्य की सत्तारूढ़ राजनीतिक दल झामुमो ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स का हवाला देकर भाजपा पर निशाना साधा. झामुमो ने पूछा कि पिछले 10 वर्षों में देश को कहां से कहां पहुंचा दिया तो भाजपा का जवाब मिला कि साजिश रचकर देश के खिलाफ एजेंडा चला रहे विदेशी एजेंसियों के बहकावे में विपक्षी दलों के नेता न आएं. क्योंकि पीएम मोदी के राज में देश मे कहीं कोई भूखमरी नहीं है.
सरकार उद्योगपतियों के लिए काम करेगी तो रिपोर्ट ऐसा ही होगा- JMM
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की खराब होती स्थिति को झामुमो ने मुद्दा बनाया है. इसको लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि बीजेपी के नेता अपनी मोदी सरकार की उपलब्धियों में ही ग्लोबल हंगर इंडेक्स की सच्चाई बयां कर देते हैं. जिस देश की 80 करोड़ लोग पेट भरने के लिए सरकार से मिलने वाले 05 किलो अनाज के मोहताज हों, वहां की वास्तविक स्थिति को समझना मुश्किल नहीं है. भाजपा की सरकार ने 10 वर्षों में जो स्थिति बना दी है वह किसी से छुपी हुई नहीं है. जब सरकार और केंद्र में सत्तारूढ़ राजनीतिक भाजपा के एजेंडे में देश की आम जनता की जगह उद्योगपतियों-व्यवसायियों का हित प्राथमिकता बन जाए तो स्थिति ऐसी ही बनती है.
विदेश की सम्मानित एजेंसियों के डेटा में कैसे करोगे हेरफेर- JMM
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि "ग्लोबल हंगर इंडेक्स" में भारत को लेकर जो व्याख्या की गई है वह बिल्कुल सही है. क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रिपोर्टेड संस्थाओं के द्वारा तैयार कराई जाती है. उन्होंने कहा कि इसे झूठलाया नहीं जा सकता. आप अपने डेटा में हेरफेर करके अपने हिसाब से रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं परंतु विदेशी एजेंसियों के रिपोर्ट में कैसे हेर फेर कर सकते हैं. हकीकत यह है कि आज ग्लोबल हंगर इंडेक्स, काला धन, देश पर बढ़ता कर्ज का बोझ, सब एक सच्चाई है और केंद्र सरकार को इसका जवाब देना चाहिए.